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शकुंतला मिश्रा विवि में छात्रा की आत्महत्या मामला: कॉलेज प्रंबधन पर लगा प्रताड़ना का आरोप

डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास विवि की घटना। 5 सदस्यीय जांच समिति गठित। शकुंतला मिश्रा विवि में दो दिन तक अवकाश।

By JagranEdited By: Published: Fri, 20 Apr 2018 10:19 AM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2018 03:39 PM (IST)
शकुंतला मिश्रा विवि में छात्रा की आत्महत्या मामला: कॉलेज प्रंबधन पर लगा प्रताड़ना का आरोप
शकुंतला मिश्रा विवि में छात्रा की आत्महत्या मामला: कॉलेज प्रंबधन पर लगा प्रताड़ना का आरोप

लखनऊ[जागरण संवाददाता]। डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय के हॉस्टल के कमरे में फंदे से लटकी मिली बीएड छात्रा की मौत से नाराज कॉलेज के विद्यार्थियों ने शुक्रवार को भी कॉलेज के गेट पर जमकर प्रदर्शन किया। वहीं, छात्र-छात्रओं ने आरोपी अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की माग है। वहीं, मृतक छात्रा के पिता ने कॉलेज प्रंबधन पर प्रताड़ना का आरोप लगाया है। मामले की जांच में फोरेंसिक टीम जुट गई है। उधर, कॉलेज प्रशासन ने विद्यार्थियों के बढ़ती नाराजगी को देखते हुए दो दिन के लिए कॉलेज बंद कर दिया है। साथ ही कुलपति डॉ शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विवि ने 5 सदस्यीय जांच समिति गठित की है, जिसे एक हफ्ते के अंदर रिपोर्ट सौंपनी होगी।

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हॉस्टल के कमरे में फंदे पर लटकी मिली छात्रा

मामला मोहान रोड स्थित डॉ. शकुंतला मिश्र राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय का है। यहां देवरिया जिले के जगहटा भाटपार रानी गाव निवासी कमला पति सिंह की बेटी पारुल (23) बीएड की छात्रा थी। कॉलेज के ग‌र्ल्स हॉस्टल के द्वितीय तल पर कमरा नंबर 219 में रहती थी। गुरुवार (19 अप्रैल)देर शाम छात्रा कमरे के अंदर फंदे पर लटकी मिली। घटना की जानकारी पर प्रबंधन और पूरा कॉलेज प्रशासन मौके पर पहुंचा।

स्कूटर से छात्र को लेकर पहुंचे अस्पताल

बताया जा रहा है कि छात्र को फंदे पर लटका देख प्रबंधन के लोगों ने उसे उतारा। उसके बाद प्रबंधन के लोग स्कूटर से छात्र को बुद्धेश्वर स्थित एक अस्पताल लेकर पहुंचे, जहा से छात्र की हालात नाजुक देख उसे एरा रेफर कर दिया गया। इसके बाद उसे एरा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहा डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।

मृतक छात्रा के पिता ने लगाए कॉलेज प्रशासन पर ये आरोप

छात्रा के पिता का आरोप है कि वार्डेन ने छात्रों को हॉस्टल के कमरे का दरवाजा नहीं तोड़ने दिया। अगर समय से बेटी को फंदे से उतार लिया जाता तो उसकी जान बच सकती थी। छात्र-छात्रओं ने घंटो किया हंगामा

उधर, घटना से नाराज सैकड़ों छात्र-छात्रओं ने पारुल की हत्या किए जाने का आरोप लगाकर कॉलेज प्रबंधन के खिलाफ नारेबाजी कर जमकर हंगामा किया। गुरुवार रात करीब 11 बजे कुलपति प्रवीर कुमार विवि पहुंचे। उन्होंने आक्रोशित छात्र-छात्रओं को शात कराया और घटना की जाच के आदेश दिए। प्रदर्शन के दौरान बेहोश हुईं दर्जन भर छात्रएं

हॉस्टल में कुल 350 छात्रएं रहती हैं। गुरुवार (19 अप्रैल) को प्रदर्शन के दौरान करीब दर्जन भर छात्रएं बेहोश हो गईं। छात्रओं की हालात बिगड़ती देख छात्रों ने पानी की छींटें डालकर उन्हें होश में लाया। इसके बाद पुलिस ने छात्रओं को क्षेत्र स्थित अस्पताल पहुंचाया।

छात्र-छात्रओं ने पुलिस को नहीं जाने दिया कमरे में

घटना के दौरान प्रदर्शन कर रहे छात्र-छात्रओं ने दो घटे तक पुलिस को कमरे में नहीं दाखिल होने दिया। वह वीसी को मौके पर बुलाने की जिद पर अड़े थे। इस बीच छात्र-छात्रओं ने मृतका का कमरा भी बंद कर दिया। शर्मनाक रही विवि की भूमिका

विवि के हॉस्टल में छात्र की मौत के मामले में विश्वविद्यालय प्रशासन की भूमिका शर्मनाक रही। छात्रओं का कहना है कि घटना के बाद न तो विवि प्रशासन द्वारा पारुल को नजदीकी अस्पताल ले जाने के इंतजाम किए गए और न ही कोई अधिकारी मौके पर पहुंचे। मामले में प्रॉक्टर पी. राजीव नयन का कहना है कि मामले की पुलिसिया जाच के बाद ही हकीकत सामने आएगी।

पाच सदस्यीय जांच टीम गठित

कुलपति डॉ शकुंतला मिश्रा पुनर्वास विवि ने घटना के बाद शुक्रवार को शिथिलता बरतने वाले अधिकारियों/कर्मचारियों का उत्तरदायित्व निर्धारित करने व भविष्य में छात्रावास संचालन और छात्रों द्वारा उठाई गई अन्य शिकायतों के सम्बन्ध में 5 सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। इस समिति को एक हफ्ते के अंदर जाच रिपोर्ट सौंपनी होगी।


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