त्योहार की आड़ में राजधानी में खप रही प्रतिबंधित पॉलीथिन Lucknow News
लखनऊ में प्रतिबंधित पन्नी के इस्तेमाल पर रोक लगाने में विभाग विफल कूड़ाघरों में अब भी मिल रही पॉलीथिन।
लखनऊ, जेएनएन। दो अक्टूबर को शपथ ली गई थी कि प्रतिबंधित पॉलीथिन का इस्तेमाल नहीं होगा। ऐसे में कूड़ा घरों में हर रोज बड़ी तादाद में पहुंच रही पॉलीथिन का पहुंचना इस बात का संकेत है कि जिन विभागों पर रोकथाम की जिम्मेदारी थी, वह विफल रहे। नतीजतन, पॉलीथिन चोरी-छिपे फिर बाजार में आ गई है। यही नहीं, बताया जा रहा है कि व्यापारी त्योहार की आड़ में गोदामों में भरी पॉलीथिन खपाने की तैयारी में हैं।
रविवार को ही नगर निगम ने हजरतगंज व इससे जुड़े इलाकों से दस किलो प्रतिबंधित पॉलीथिन जब्त की। मडिय़ांव से लेकर पक्का पुल तक करीब एक किलो प्रतिबंधित पॉलीथिन सड़क पर बिखरी पाई गई।
मौजूदा समय में पॉलीथिन के खिलाफ थोड़ा बहुत अभियान नगर निगम ही चला रहा है, जबकि इस अभियान को चलाने के लिए जिम्मेदार सोलह अन्य विभाग सो रहे हैं। कूड़ा प्रबंधन का काम देख रहे कर्मचारी कहते हैं कि अधिकांश कूड़ाघरों में आज भी प्रतिबंधित पॉलीथिन पहुंच रही है। सबसे अधिक पॉलीथिन पुराने शहर के कूड़ाघरों में आ रही है।
पॉलीथिन के खिलाफ किया जागरूक
वृक्ष कल्याणम, भारत विकास परिषद और शक्ति क्लब द्वारा संयुक्त रूप से सोमवार को पॉलीथिन के खिलाफ जन जागरूकता अभियान व हस्ताक्षर अभियान चलाया गया। इंदिरा नगर के भूतनाथ बाजार में शाम को चार से छह बजे के बीच चलाए गए इस अभियान में लोगों को पॉलीथिन के पर्यावरण पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव की जानकारी दी गई। संस्थाओं के अध्यक्ष राजेश कुमार, डीएस शुक्ला व एमसी रस्तोगी ने लोगों को पॉलीथिन के बजाय कपड़े व जूट के थैलों का इस्तेमाल करने की सलाह दी। वहीं, दीपावली पर पटाखे न जलाने की सिफारिश की। वृक्ष कल्याणम् के सचिव इं. विपिन कांत, पीके गुप्ता व राजीव गोयल के नेतृत्व में दुकानदारों से सहयोग का अनुरोध किया। ऐसे लोग, जो पॉलीथिन लिए थे उन्हें कपड़े के थैले वितरित किए गए। इस अवसर पर सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति कमल किशोर, आरपी सिंह, देव शर्मा, एमएल अग्रवाल, सुधीर सरन, प्रमोद कुमार, केके कालरा, दीपचंद्र, एसके खरे आदि शामिल हुए।