Bank Loan in UP: पौने तीन लाख करोड़ से यूपी का होगा कायाकल्प, बैंकों ने ऋण वितरण के लिए खोला खजाना
उत्तर प्रदेश को कोरोना महामारी से उबारने के लिए बैंकों ने कमर कस ली है। ऋण वितरण को लेकर तैयार किए गए मास्टर प्लान में सभी बैंकों को लक्ष्य दिया गया है। इसके तहत सभी बैंको को चालू वित्तीय वर्ष में पौने तीन लाख करोड़ ऋण देने होंगे।
लखनऊ [पुलक त्रिपाठी]। कोरोना महामारी से प्रभावित उत्तर प्रदेश को उबारने के लिए बैंकों ने कमर कस ली है। ऋण वितरण को लेकर तैयार किए गए मास्टर प्लान में सभी बैंकों को लक्ष्य दिया गया है। इसके तहत सभी बैंको को चालू वित्तीय वर्ष (2021-22) में पौने तीन लाख करोड़ ऋण के रूप में देने होंगे। राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) ने इस पर मोहर लगा दी है।
'रामÓ पर फोकस करेंगे बैंक: बीते वर्षों की तरह इस वर्ष भी बैंकों के सामने ऋण वितरण के लिए अलग अलग क्षेत्रों की प्राथमिकता रहेगी। इसके तहत सभी बैंकों को राम (रिटेल, एग्रीकल्चर व एमएसएमई) क्षेत्र पर अधिक फोकस करना होगा। इसके अलावा कुछ अन्य क्षेत्रों पर भी बैंकों को बराबर ध्यान देना होगा।
कुछ बड़े बैंक और उनके लक्ष्य (करोड़ में)
- भारतीय स्टेट बैंक : 47710
- बैंक ऑफ बड़ौदा : 21129 करोड़
- बैंक ऑफ इंडिया : 9005 करोड़
- केनरा बैंक : 21977
- सेंट्रल बैंक : 9798
- इंडियन बैंक : 18698
- पंजाब नेशनल बैंक : 41591
- यूनियन बैंक : 15597
- एक्सि बैंक : 4715
- एचडीएफसी बैंक : 12286
राज्य स्तरीय बैंकर्स कमेटी (एसएलबीसी) व महाप्रबंधक, बैंक ऑफ बड़ौदा के राज्य समन्वयक बृजेश कुमार सिंह ने बताया कि एसएलबीसी की बैठक में चालू वित्तीय वर्ष में सभी बैंकों को कुल 2.79 लाख करोड़ रुपये ऋण वितरण का लक्ष्य दिया गया है। हमें उम्मीद हैं कि इससे विभिन्न क्षेत्र में काम करने वाले प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से लोगों को लाभ मिलेगा। यह लक्ष्य कोरोना महामारी से प्रभावित क्षेत्र के लिए भी बूस्टर के रूप में काम करेगा।