अब बुजुर्गो के पास चलकर आएंगे बैंक
पुलक त्रिपाठी लखनऊ बैंक में पैसा जमा करना हो या धन निकासी। एफडीआर व अन्य सेवाओं के लि
पुलक त्रिपाठी लखनऊ
बैंक में पैसा जमा करना हो या धन निकासी। एफडीआर व अन्य सेवाओं के लिए बुजुर्गो को बैंक में घंटों समय नहीं गुजारना पड़ेगा। लाइन में लगकर धक्के खाने से भी जल्द निजात मिलेगी। क्योंकि अब बुजुर्गो के पास खुद बैंक चलकर आएंगे। सीनियर सिटीजन को सुरक्षित व सहूलियत पूर्ण बैंकिंग सुविधा मुहैया कराने को लेकर भारतीय रिजर्व बैंक ने गाइड लाइन जारी कर दी है। आरबीआइ ने बैंकों से कहा है कि वह बुजुर्गो के पास खुद चलकर जाएं। मकसद सीनियर सिटीजन को आसान व सुरक्षित बैंकिंग सुविधा मुहैया कराना।
अधिकारियों के मुताबिक इस सुविधा बेहतर तरीके से क्रियांवित करने के लिए अभी कई बिंदुओं पर प्लानिंग की जा रही है। प्रयास इस दिशा में किया जा रहा है कि बुजुर्गो को इसी वर्ष से डोर स्टेप सुविधाएं मुहैया कराई जा सकें।
थोड़ी तो ढीली होगी जेब
बैंकों के पास अपने खर्चे भी होते हैं। ऐसे में इन सुविधाओं के एवज में बैंकों द्वारा कुछ रकम बतौर शुल्क चार्ज की जाएगी। यह भी संभव है कि बैंक, घर पर दी जाने वाली सुविधा को निश्शुल्क ही मुहैया कराएं।
मिलेगी राहत: माना जा रहा है कि इस सुविधा के शुरू होने से बुजुर्गो को बड़ी राहत मिलेगी। साथ ही उनके साथ होने वाली आपराधिक घटनाओं में भी कमी आएगी।
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प्रयास यह है कि बुजुर्गो को डोर स्टेप सुविधा निश्शुल्क मुहैया कराई जाए। जिससे उन पर कोई अतिरिक्त बोझ न पड़े। अगर किसी विशेष सुविधा के लिए बैंक को अपने पास से खर्च करना पड़ रहा है तो इस सुविधा के लिए भी उनसे कम से कम चार्ज किया जाएगा।
अल्पना किल्लावाला, प्रवक्ता आरबीआइ