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Ballia Murder Case: STF पूछताछ में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद को कहा बेगुनाह, बताई गोलियां चलाने की यह वजह

Ballia Murder Case बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपित लखनऊ में धीरेंद्र प्रताप सिंह गिरफ्तार हो गया है। यूपी एसटीएफ को रविवार सुबह यह कामयाबी मिली है। धीरेंद्र ने कहा है कि पहले विपक्षियों ने गोलियां चलाई जिसके बाद आत्मरक्षा में उसने भी फायरिंग की।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 06:30 PM (IST)Updated: Mon, 19 Oct 2020 06:42 AM (IST)
Ballia Murder Case: STF पूछताछ में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने खुद को कहा बेगुनाह, बताई गोलियां चलाने की यह वजह
बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपित लखनऊ में धीरेंद्र प्रताप सिंह गिरफ्तार हो गया है।

लखनऊ, जेएनएन। बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपित लखनऊ में धीरेंद्र प्रताप सिंह गिरफ्तार हो गया है। यूपी एसटीएफ को रविवार सुबह यह कामयाबी मिली है। धीरेंद्र वारदात के बाद से ही फरार चल रहा था। उस पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित था। घटना को लेकर एसटीएफ ने उससे कड़ी पूछताछ की है। इस पूछताछ के दौरान  धीरेंद्र ने खुद को बेगुनाह बताया है। उसने दावा किया कि पहले विपक्षियों ने गोलियां चलाई, जिसके बाद आत्मरक्षा में उसने भी फायरिंग की।

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बलिया गोलीकांड का मुख्य आरोपित लखनऊ में धीरेंद्र प्रताप सिंह ने एसटीएफ से कहा कि सरकारी कोटे की दुकान के आवंटन को लेकर गांव में पंचायत हो रही थी, जिसमें गांव में करीब 2000 लोग जुटे थे। गांव के प्रधान कृष्णा यादव और उनके साथियों से उनकी कहा सुनी हो गई, जिसके बाद विपक्षियों ने गोली चला दी। इस दौरान हुई फायरिंग में उसका भतीजा गोलू सिंह मर गया और उसके घर के कई लोग और घायल हो गए। धीरेंद्र ने कहा कि इसके बाद उनके पक्ष के लोगों ने जवाबी फायरिंग की, जिससे जय प्रकाश पाल की मौत हो गई।

बता दें कि बलिया जिले के दुर्जनपुर गांव में पुलिस और प्रशासन के सामने गोली मारकर एक व्यक्ति की हत्या करने वाले मुख्य आरोपित धीरेंद्र प्रताप सिंह तीन दिन से फरार था। पुलिस ने उस पर इनाम भी घोषित कर दिया था। धीरेंद्र प्रताप सिंह को रविवार को लखनऊ पकड़ा गया। इस केस में अब तक करीब नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है।

बता दें कि बलिया जिले के रेवती क्षेत्र के ग्राम सभा दुर्जनपुर और हनुमानगंज की दो दुकानों के आवंटन के लिए 15 अक्टूबर को दोपहर में पंचायत भवन में खुली बैठक आयोजित की गई थी। बैठक में एसडीएम बैरिया सुरेश पाल, सीओ बैरिया चंद्रकेश सिंह, बीडीओ बैरिया गजेन्द्र प्रताप सिंह के साथ ही रेवती थाने की पुलिस फोर्स मौजूद थी। बैठक के दौरान दुर्जनपुर की दुकान पर सहमति नहीं बनी। बाद में वोटिंग कराने का निर्णय हुआ तो हंगामा शुरू हो गया।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार हंगामा होते ही अधिकारियों ने बैठक स्थगित कर दी और जाने लगे। हालांकि इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। बैठक स्थगित होने के बाद दोनों पक्षों में मारपीट शुरू हो गई। बताया जा रहा है कि मारपीट के दौरान एक पक्ष के पूर्व सैनिन धीरेंद्र प्रताप सिंह ने गोली चला दी, जिससे दूसरे पक्ष के जयप्रकाश उर्फ गामा पाल (46) निवासी दुर्जनपुर की मौत हो गई।


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