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मथुरा में दो बहनों को बालिका वधू बनने से नहीं रोक पायी पुलिस

मथुरा के गांव जाव में बीती रात कानून व्यवस्था और पुलिस के मुंह पर कुप्रथा के ठेकेदारों ने जोरदार तमाचा जड़ा। सगी बहनों को बालिका वधू बनाकर नगर में धकेल दिया। सूचना पर पुलिस गांव तो पहुंची लेकिन दूसरी शादी में झांकने की रस्म अदायगी कर चुपचाप लौट आई। दोनों

By Nawal MishraEdited By: Published: Sun, 03 May 2015 09:53 PM (IST)Updated: Mon, 04 May 2015 12:00 AM (IST)
मथुरा में दो बहनों को बालिका वधू बनने से नहीं रोक पायी पुलिस

लखनऊ। मथुरा के गांव जाव में बीती रात कानून व्यवस्था और पुलिस के मुंह पर कुप्रथा के ठेकेदारों ने जोरदार तमाचा जड़ा। सगी बहनों को बालिका वधू बनाकर नगर में धकेल दिया। सूचना पर पुलिस गांव तो पहुंची लेकिन दूसरी शादी में झांकने की रस्म अदायगी कर चुपचाप लौट आई। दोनों नाबालिग दुल्हनों को रात में ही विदा करा दिया गया। हालांकि पुलिस नहीं मान रही है कि ऐसी कोई घटना हुई भी है।

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यह मामला कोसी-नंदगांव रोड स्थित गांव जाव का है। यहां की दो सगी बहनों की बरात शनिवार शाम आई। एक की उम्र महज आठ साल है तो दूसरी की 14 साल। ग्रामीणों के मुताबिक बरात हरियाणा की सीमा से सटे गांव बांसवा से आई थी। एक दूल्हे की उम्र करीब 22 वर्ष, जबकि दूसरे की 26 वर्ष बताई जा रही है। शनिवार देर रात हुई इस शादी की भनक लगने पर ग्रामीणों ने पुलिस को फोन कर जानकारी दी। पुलिस गांव पहुंची और दूसरे मुहल्ले में चल रही शादी में जाकर तस्दीक की, लेकिन वहां वर-वधू शादी योग्य पाए गए।

पुलिस ने उस शादी में जाने जरूरत नहीं समझी, जहां दो नाबालिगों को खेलने कूदने की उम्र में शादी के बंधन में बांधा जा रहरा था। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार पुलिस के जाने के बाद आनन-फानन में रस्में पूरी कर दोनों बालिका वधुओं को विदा करा दिया गया। एसओ कोसीकलां सुरेंद्र ङ्क्षसह यादव ने बताया कि हमने मौके पर पहुंचकर तस्दीक की है। दोनों बालिकाएं वयस्क मिलीं।

गच्चा खा गई पुलिस

मामले में पुलिस पूरी तरह से गच्चा खा गई क्योंकि गांव में एक ही नाम के दो लोगों की बेटियों की शादियां थीं। शिकायत पर देर रात पहुंची पुलिस जाटव मुहल्ले की शादी में लड़कियों की उम्र की तस्दीक कर लौट गई जबकि दूसरी शादी दूसरे मुहल्ले में थी।

एक और नाबालिग की शादी रुकवाई

फरह: इस थाने की पुलिस ने प्रशंसनीय काम करते हुए छात्रा को बालिका वधू बनने से बचा लिया। थाना क्षेत्र के गांव मिर्जापुर निवासी एक व्यक्ति ने अपनी दो बेटियों की शादी पड़ोसी गांव कबाइला में तय की थी। शनिवार देर शाम बरात चढ़ रही थी। ग्रामीणों ने नाबालिग लड़कियों की शादी की सूचना दी तो पुलिस पहुंच गई। घर वालों ने बड़ी लड़की का आधार कार्ड पुलिस को दिखाकर बताया कि उसकी उम्र 17 साल 4 माह 2 दिन है। पंचायत व रिश्तेदारों के कहने पर बड़ी लड़की की शादी हो गई, लेकिन उसकी छोटी बहन की शादी पुलिस ने रुकवा दी। इधर बड़े दूल्हे की उम्र करीब 28 वर्ष और छोटे की 24 वर्ष थी। बड़ी लड़की को सुबह विदा किया गया, जबकि छोटा दूल्हा बिना वधू घर लौट गया।


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