अलम की जियारत कर बेकरार हो उठे अजादार, छलकी अजादारों की आंखे Lucknow News
लखनऊ में इमामबाड़ा झाऊलाल में मनाया गया बैतुलमाल का अशरा। शहर की 110 मातमी अंजुमन ने की नौहाख्वानी व सीनाजनी।
लखनऊ, जेएनएन। कर्बला के शहीदों की याद में रविवार को बैतुलमाल का अशरा (यौम-ए-गम) मनाया गया। शहर की 110 मातमी अंजुमन ने अपने-अपने अलम मुबारक के साथ नौहाख्वानी व सीनाजनी कर शहजादी को पुरसा पेश किया। तो वहीं बेकरार अजादारों ने छलकते आंसुओं के साथ मातम कर अलम मुबारक की जियारत की। इमामबाड़े में जियारत का सिलसिला देर रात तक जारी रहा।
सबसे पहले ठाकुरगंज स्थित इमली वाली मस्जिद में हुसैन डे मनाया गया। शायरों ने हजरत इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम की शान में कलाम पेश किए। इसके बाद मौलाना अली मुत्तकी जैदी ने मजलिस को खिताब कर कहा कि कर्बला में इमाम की कुर्बानियां हर इंसान के लिए एक पैगाम हैं।
मौलाना ने इमाम की शहादत बयां की, जिसे सुन अजादारों की आंखें छलक पड़ी। मजलिस के बाद अलम मुबारक के निकलने का सिलसिला शुरू हुआ, जो देर रात तक जारी रहा।
अपने-अपने अलम मुबारक के साथ अंजुमन नौहाख्वानी व सीनाजनी करती हुई मस्जिद से इमामबाड़ा झाऊलाल गई। बीच रास्ते में अलम मुबारक की जियारत के लिए अजादारों की भीड़ लगी रही। देरे रात यह चलता रहा।
18 बनी हाशिम का ताबूत : सआदतगंज नूरबाड़ी स्थित मस्जिद खैरुन्निसा (नवाब घसीटा) में 18 बनी हाशिम के ताबूत मुबारक की जियारत कराई गई।
सबसे पहले मौलाना मुमताज जाफर ने मजलिस पढ़ी। बाद मजलिस ताबूत निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। ताबूत नूरबाड़ी, छोटे साहब आलम रोड होता हुआ कर्बला दियानतुद्दौला बहादुर पहुंचा, जहां देर शाम कर्बला दियानतुद्दौला बहादुर पहुंचकर संपन्न हुआ।
कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत दस को : कर्बला के शहीदों की याद में दस अक्टूबर को 72 शहीदों के ताबूत निकाला जाएगा। अंजुमन शब्बीरिया की ओर से 72 ताबूत को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। बड़े इमामबाड़े में दोपहर तीन मजलिस होगी, इसके बाद ताबूत निकलने का सिलसिला शुरू हो जाएगा।
शायर कैसर जौनपुरी अपने खास अंदाज में मंजरकशी करेंगे। इस मंजरकशी के लिए जोरों शोरों की तैयारी चल रही है। वहीं लोगों में शायर को सुनने के लिए बेताब भी हैं।