बागपत जेल भी जाएगी सुधार समिति, कारागारों में सुरक्षा की समीक्षा
पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में समिति बागपत जेल निरीक्षण करेगी। शनिवार को लखनऊ कारागार का निरीक्षण के साथ अपना काम आगे बढ़ाएगी।
लखनऊ (जेएनएन)। मुन्ना बजरंगी हत्याकांड के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर कारागारों में सुधार के लिए गठित समिति शुक्रवार से हरकत में आ गई। पूर्व डीजीपी सुलखान सिंह के नेतृत्व में समिति बागपत जेल का निरीक्षण भी करेगी। शनिवार को समिति लखनऊ जिला कारागार का निरीक्षण करने के साथ ही अपने काम को आगे बढ़ाएगी।
जेलों में कई चक्र की सुरक्षा-व्यवस्था व तलाशी के बावजूद मोबाइल फोन सहित अन्य आपत्तिजनक वस्तुएं आसानी से भीतर प्रभावशाली बंदियों को उपलब्ध होती हैं। नशीले पदार्थ से लेकर अन्य सुविधाएं भी बंदियों को मुहैया कराई जाती हैं। बागपत जेल में पिस्टल पहुंची और मुन्ना बजरंगी की हत्या की वारदात हुई। समिति खासकर सुरक्षा में चूक में इन बिंदुओं को देखेगी। आखिर किन स्तर पर लापरवाही व अनदेखी के चलते जेल की सुरक्षा-व्यवस्था में सेंध लगती है। चेकिंग के बावजूद किन परिस्थितियों सुरक्षा-व्यवस्था में सुधार के विभिन्न पहलुओं पर समिति अपनी सिफारिशें राज्य सरकार को उपलब्ध कराएगी। सुलखान सिंह की अध्यक्षता में गठित समिति में पूर्व अपर महानिदेशक कारागार हरिशंकर व अपर महानिरीक्षक कारागार डॉ.शरद बतौर सदस्य शामिल हैं। सुलखान सिंह ने शुक्रवार को कारागार मुख्यालय में एडीजी जेल चंद्रप्रकाश, डीआइजी जेल लव कुमार सहित अन्य अधिकारियों के साथ बैठक कर विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की। जरूरत पडऩे पर कारागार मुख्यालय ने कुछ जेल कर्मियों को भी समिति के सहयोग के लिए भेजा जाएगा।
अन्य कुख्यातों की जेल बदली को लेकर मंथन तेज
मुन्ना हत्याकांड के आरोपित सुनील राठी की जेल स्थानान्तरित किए जाने का आदेश होने के साथ ही अन्य जेलों में निरुद्ध माफिया व कुख्यातों पर भी नजर दौड़ाई जा रही है। कारागार प्रशासन जेलों में बंद माफिया की सुरक्षा की समीक्षा कई स्तर पर कर रहा है। देखा जा रहा है कि कहां किसके करीबी व दुश्मन बंद हैं। जेलों में बंद कुख्यातों को एक जेल से दूसरी किस जेल में भेजा मुफीद होगा। जल्द कुछ अन्य बड़े अपराधियों की जेल बदली किए जाने के संकेत मिल रहे हैं। इनकी जेल बदली को लेकर हो रहे मंथन के बीच एसटीएफ भी कुख्यातों के आपसी समीकरण को करीब से देख रही है। मुन्ना हत्याकांड के बाद बढ़ी गैंगवार की आशंका के दृष्टिगत एसटीएफ जेलों में बंद माफिया के मुलाकातियों पर भी नजर रख रही है।