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लखनऊ में 62 द‍िन बाद खुला बड़ा इमामबाड़ा, दर्शकों ने इस तरह खास पल को बनाया यादगार

बड़ा इमामबाड़ा़ में 200 लोगों को एक बार में अंदर जाने की मिली अनुमति। मास्क पहनकर दर्शक घूमते नजर आए। गृहणी युवा डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी इमामबाड़े की खूबसूरती को करीब से निहारते नजर आए।

By Mahendra PandeyEdited By: Published: Thu, 17 Jun 2021 05:01 PM (IST)Updated: Fri, 18 Jun 2021 07:06 AM (IST)
लखनऊ में 62 द‍िन बाद खुला बड़ा इमामबाड़ा, दर्शकों ने इस तरह खास पल को बनाया यादगार
युवाओं ने सेल्‍फी लेकर इस खास पल को अपने कैमरे में कैद कर यादगार भी बनाया।

लखनऊ, जेएनएन। काेरोना कर्फ्यू में सब कुछ बंद था। लोग घरों में कैद थे। पर्यटन स्‍थलों में भी सन्‍नाटा था। आखिर कोविड के केस घटने के साथ सब धीरे-धीरे सामान्‍य होने लगा। दुकानें खुलने के साथ ही पर्यटन स्‍थलों को भी खोलने की अनुमति दे दी गई तो 62 दिन बाद गुरुवार को बड़ा इमामबाड़ा भी खुल गया। इतने दिनों तक प्रतीक्षा के बाद आखिर दर्शकों को इमामबाड़ा, रूमी गेट और भूलभुलैया आदि पर्यटन स्‍थलों पर घूमने का मौका मिला। यहां छात्र, बच्‍चे और बड़े तो घूमने आए ही, साथ ही कई जोड़े ऐसे भी पहुंचे, जो लाकडाउन की वजह से हनीमून मनाने बाहर नहीं जा सके। ऐसे में उन्‍होंने लखनऊ में ही इमामबाड़ा़, रेजीडेंसी सहित व‍िभिन्‍न पर्यटन स्‍थलों की सैर की। इसके बाद इक्‍के की सवारी का भी आनंद लिया। इस दौरान युवाओं ने सेल्‍फी लेकर इस खास पल को अपने कैमरे में कैद कर यादगार भी बनाया।

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लखीमपुर के विक्की लखनऊ में ट्र्रैफिक पुलिस लाइन मेें तैनात हैं। लॉकडाउन के दौरान उनकी शिया से शादी हुई। हनीमून मनाने के लिए बाहर नहीं जा सके थे। इमामबाड़ा खुला तो पत्नी शिया के साथ इमामबाड़ा घुमने आए। दोनों ने सेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया।

सरोजनीनगर के धीरज रावत अपनी बहनों के साथ इमामबाड़ा घूमने आए। उन्होंने बताया कि होली में बहनें आईं तो लॉकडाउन की वजह से घूम नहीं सकीं। पहले दिन इमामबाड़ा खुला तो उन्हें घुमाने लेकर आ गए। सुरक्षा के साथ सभी को घूमना चाहिए। जानकीपुरम की प्रतीक और गीता भी इमामबाड़े के दीदार के लिए आए और सेल्फी लेकर इस पल को यादगार बनाया। गृहणी, युवा, डॉक्टरी की पढ़ाई करने वाले विद्यार्थी भी इमामबाड़े की खूबसूरती को करीब से निहारते नजर आए।

पुरातत्व विभाग ने 62 दिन बार लखनऊ अनलाक होने के बाद इमामबाड़ा के साथ ही रेजीडेंसी को भी खोलने की अनुमति दी थी। इमामबाड़े में एक साथ 200 दर्शकों और छोटे इमामबाड़े में 40 दर्शकों को एक साथ जाने की अनुमति थी। इमामबाड़ा ट्रस्ट के कर्मचारी रजा द्वारा आने वाले दर्शकों का नाम मोबाइल नंबर नोट करने के साथ तापमान चेक किया जा रहा था। उनका कहना है कि एक साथ 200 लोग बामुश्किल से रुकते हैं। दर्शक आते-जाते रहते हैं। ऐसे में पाबंदी से दर्शकों को कोई परेशानी नहीं होगी। जो भी दर्शक आएं मास्क लगाकर और सैनिटाइजर अपने साथ जरूर लाएं।

इमामबाड़े की दीवारों को छूने से बचे। छूने पर सैनिटाइजर से हाथ जरूर साफ करें। आपस में दो गज की दूरी जरूर बनाए रखें। दोपहर तीन बजे तक 200 दर्शक टिकट लेकर इमामबाड़े की सैर कर चुके थे। छोटे इमामबाड़े में वैक्सीनेशन के साथ करीब 100 लोगों ने इमामबाड़ा देखा। रेजीडेंसी में भी टिकट घर के सामने युवाओं की कतार लगी रही। पहला दिन और बारिश की वजह से संख्या काफी कम रही।

इक्के से आए दर्शक

पहले दिन खुले बड़े इमामबाड़े के दीदार के लिए कार, ई-रिक्शा व बाइक के साथ कभी लखनऊ में यातायात का मुख्य साधन रहे इक्के पर सवार होकर भी दर्शक आते नजर आए। इक्का चालक भी दर्शकों को देकर खुश नजर आए। लॉकडाउन के बाद पहली बार इतनी भीड़ नजर आई।


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