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Ayodhya land dispute Case : अयोध्या मामले में शिया धर्म गुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक का बड़ा बयान, कहा विवादित भूमि ....

मौलाना डॉ. कल्बे सादिक कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के मालिकाना हक के केस को मुसलमान अगर जीत भी जाएं तब भी वह सभी लोग विवादित भूमि हिंदू भाइयों को गिफ्ट कर दें।

By Dharmendra PandeyEdited By: Published: Thu, 31 Oct 2019 11:53 AM (IST)Updated: Thu, 31 Oct 2019 02:47 PM (IST)
Ayodhya land dispute Case : अयोध्या मामले में शिया धर्म गुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक का बड़ा बयान, कहा विवादित भूमि ....
Ayodhya land dispute Case : अयोध्या मामले में शिया धर्म गुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक का बड़ा बयान, कहा विवादित भूमि ....

लखनऊ, जेएनएन। भगवान राम की नगरी अयोध्या में विवादित भूमि के मामले में उच्चतम न्यायालय में सुनवाई पूरी होने के बाद अब फैसले के इंतजार के बीच मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने बड़ा बयान दिया है। राम जन्मभूमि के मालिकाना हक को लेकर में फैसला आने वाला है। इसी बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष व वरिष्ठ शिया धर्मगुरु मौलाना डॉ. कल्बे सादिक ने निजी बयान दिया है।

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मौलाना डॉ. कल्बे सादिक कहा कि अयोध्या में श्रीराम जन्मभूमि के मालिकाना हक के केस को मुसलमान अगर जीत भी जाएं तब भी वह सभी लोग विवादित भूमि हिंदू भाइयों को गिफ्ट कर दें। उन्होंने कहा कि करोड़ों हिंदू भाइयों का दिल जीतने के लिए मुसलमान अयोध्या की विवादित जमीन हिंदुओं को सौंप दें। उन्होंने इसे अपनी निजी राय बताया। मौलाना पहले भी इस तरह का बयान दे चुके हैं।

अयोध्या की विवादित जमीन पर फैसला आने से पहले ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड के उपाध्यक्ष मौलाना डॉ. कल्बे सादिक का बयान काफी अहम है। मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड सुप्रीम कोर्ट में बाबरी मस्जिद के पक्षकारों की पैरोकारी करता रहा है।

लखनऊ में उन्होंने कहा कि जमीन जीतने से ज्यादा लोगों के दिलों को जीतना जरूरी है। इस्लामी इतिहास में किसी भी समस्या का हल भावनाओं के आधार पर नहीं किया गया है। यह तो सर्वविदित है कि पैगंबर मोहम्मद साहब के जमाने से हर समस्या का हल मौजूदा हालात के मद्देनजर किया जाता रहा है। जीतने के लिए हमेशा कुछ हासिल करना जरूरी नहीं है बल्कि कभी-कभी कुछ देकर भी जीता जा सकता है। उन्होंने कहा कि मुसलमानों को यह अच्छी तरह समझ लेना चाहिए कि उनके चाहने पर भी अब अयोध्या में विवादित स्थल पर नई मस्जिद नहीं बन सकती। अगर सुप्रीम कोर्ट का फैसला मंदिर के पक्ष में आता है तो मुसलमानों को चाहिए कि खामोशी के साथ फैसले को स्वीकार करें और हिंदुओं को बधाई दें। हिंदुओं के खुशी मनाने पर अपने रहनुमाओं की बात मानते हुए कोई प्रतिक्रिया न करें। वहीं, अगर अदालत में मुसलमानों को जीत मिलती है तो भी वे मस्जिद की जमीन खुशी-खुशी हिंदुओं को सौंप दें।

मौलाना ने कहा कि मुसलमानों के समझना चाहिए कि अयोध्या में विवादित जमीन पर नई मस्जिद बनना आसान नहीं है। मस्जिद की जमीन हिंदुओं को सौंपकर मुसलमान करोड़ों दिल जीत सकते हैं। उन्होंने कहा, मैंने काफी पहले भी बाबरी मस्जिद विवाद का हल बताया था और कहा था कि अगर हमारी राय पर अमल नहीं हुआ तो आगे चलकर विवाद बढ़ेगा और मस्जिद को गिराया जा सकता है।

मौलाना कल्बे सादिक विश्व के प्रमुख इस्लामी विद्वानों में गिने जाते हैं। वह अस्वस्थ हैं और लखनऊ में अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है। 


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