Move to Jagran APP

Ayodhya case: सीबीआइ कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे वेदांती, कहा- श्री राम के प्रभाव से बनीं मोदी और योगी सरकार

पूर्व सांसद रामविलास वेंदाती ने सीबीआई विशेष कोर्ट में हाजिर होने के बाद कहा। बोले वर्तमान डिजाइन में मंदिर के चबूतरे की ऊंचाई कम बढ़ाना जरूरी।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Thu, 04 Jun 2020 08:59 PM (IST)Updated: Thu, 04 Jun 2020 08:59 PM (IST)
Ayodhya case: सीबीआइ कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे वेदांती, कहा- श्री राम के प्रभाव से बनीं मोदी और योगी सरकार
Ayodhya case: सीबीआइ कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे वेदांती, कहा- श्री राम के प्रभाव से बनीं मोदी और योगी सरकार

लखनऊ, जेएनएन।  मंदिर में चबूतरे की ऊंचाई को लेकर हमारा कुछ मतभेद है। अभी तक जो डिजाइन है, उसमें चबूतरा बहुत कम ऊंचाई का है। हम चाहते हैं कि श्री रामजन्म भूमि पर सबसे ऊंचा और सबसे भव्य मंदिर बनाया जाए। जिसके लिए चबूतरे को ऊंचा बनाया जाए। मंदिर की ऊंचाई बढाई जाएगी। पूर्व सांसद रामविलाम वेदांती ने कहा कि जन्मभूमि ट्रस्ट की कार्य प्रणाली से मैं पूरी तरह से संतुष्ट हैं। ये श्री राम का प्रभाव है कि पहले अटल बिहारी वाजपेई की सरकार बनी थी, फिर नरेंद्र मोदी की सरकार बनी फिर योगी आदित्यनाथ की सरकार बनी और फिर से नरेंद्र मोदी की सरकार बन गई।

loksabha election banner

इसलिए सरकारों को दुनिया का सबसे भव्य मदिर बनाने में सभी अवरोधों को दूर करना चाहिए।वेंदाती ने ये बातें गुरुवार को सीबीआई की विशेष अदालत के बाहर संवाददाताओं से बातचीत में कहीं। उन्होंने कहा कि ये बात बिल्कुल भी सच नहींं है कि मंदिर निर्माण को लेकर संतों के बीच कोई मतभेद है। ऐसा कुछ भी नहीं है। बात केवल मंदिर के चबूतरे की ऊंचाई पर अटकी हुई है। इस वक्त 500 से 1000 फुट कीऊंचाई वाले चबूतरे बनाए जा रहे हैं। हम भी कछ ऐसा ही चाहते हैं।

कोर्ट का फैसला मंजूर 

पूर्व सांसद विनय कटियार ने कहा कि कोर्ट का जो भी फैसला मंजूर होगा। अभी इस प्रकरण में जिरह जारी है। वह आज जा रहे हैं। ये काफी लंबा चौड़ा मामला है। अभी बयान होने में समय लगेगा। हम अदालत को पूरा सहयोग कर रहे हैं। हमें कोर्ट का फैसला मंजूर होगा।

हमारा सपना पूरा हुआ 

पूर्व विधायक पवन पांडेय ने कहा कि मंदिर निर्माण से हमारा सपना पूरा हुआ। हमारे जीवन का पहला और आखिरी लक्ष्य पूरा हुआ। अदालत की कार्यवाही में पूरा सहयोग कर रहे हैं। गांधी यादव उर्फ स्वामी गजानन ने कहा, हमने जो किया है वह धर्म के लिए किया है। उसको स्वीकार किया है। मैं जो कहूंगा सत्य कहूंगा। नेताओं की तरह नहीं बोलूंगा। संतोष दुबे ने कहा, ये तो धर्म कार्य था। हमने कोई अपराध नहीं किया। मैंने ढांचा गिरते हुए देखा था। हम इसी कार्य के लिए पैदा हुए थे, वह कार्य पूरा हुआ। मैं चार्ज सुनूंगा और फिर उसमें जो किया है उसको ही स्वीकार करूंगा। बाबर किए गए कामो को तो नहीं स्वीकार करूंगा। विजय बहादुर ने कहा, अदालत में मुझसे सवाल पूछे जा रहे हैं। एक हजार से अधिक सवाल हैं, जिनका जवाब दे रहा हूं। मैं केवल सच बोलूंगा।

विशेष अदालत में विवादित ढांचा ध्वंस मामले की गुरुवार को सुनवाई शुरू हुई। मुकदमे की सुनवाई के दौरान कल्याण सिंह, मुरली मनोहर जोशी, उमा भारती सहित सभी आरोपितों से एक हजार से ज्यादा प्रश्न पूछे जाएंगे, जिनका उत्तर सभी को देना होगा।  सीबीआइ की ओर से पेश 354 गवाहों का बयान दर्ज कराने के बाद अगली कार्रवाई के लिए अदालत ने आरोपितों का बयान दर्ज करने के लिए एक हजार से अधिक सवाल तैयार किए हैं। यह सभी सवाल मुकदमे की कार्यवाही एवं विचरण के दौरान गवाह एवं पेश किए गए दस्तावेजों पर आधारित हैं।

न्यायिक प्रक्रिया के अनुसार अदालत के पीठासीन अधिकारी द्वारा (धारा313द.प्र.स. के अंतर्गत) बयान दर्ज करने के लिए आरोपितों से प्रश्न पूछे जाते हैं और उन्हेंं प्रश्नों का जवाब देना होता है। मौजूदा समय में सीबीआइ द्वारा आरोपित पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह, उमा भारती, साध्वी ऋतंभरा, लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी, पवन पांडे, बृजभूषण शरण सिंह, सतीश प्रधान, विनय कटियार, डॉ.रामविलास वेदांती, चंपत राय, महंत नृत्य गोपाल दास, महंत धर्मदास, स्वामी साक्षी महाराज एवं तत्कालीन जिला मजिस्ट्रेट आरएन श्रीवास्तव सहित 32 लोगों के विरुद्ध मुकदमा चल रहा है। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.