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मरीज मौत के बाद भी निजी अस्‍पताल वसूलता रहा पैसे, परिवारीजनों ने किया जमकर हंगामा Lucknow News

लखनऊ के पीजीआई क्षेत्र के एक निजी नर्सिंगहोम पर मरीज की मौत पर हुआ हंगामा। मामले की दी गई तहरीर।

By Anurag GuptaEdited By: Published: Tue, 30 Jul 2019 07:30 PM (IST)Updated: Tue, 30 Jul 2019 07:30 PM (IST)
मरीज मौत के बाद भी निजी अस्‍पताल वसूलता रहा पैसे, परिवारीजनों ने किया जमकर हंगामा Lucknow News
मरीज मौत के बाद भी निजी अस्‍पताल वसूलता रहा पैसे, परिवारीजनों ने किया जमकर हंगामा Lucknow News

लखनऊ, जेएनएन। पीजीआइ थाना क्षेत्र के एक चर्चित एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मरीज की मौत हो गई परिजंनो ने डाक्टरों पर लापरवाही के चलते इलाज को लेकर मौत होने का अरोप लगाते हुए हंगामा काटा । अस्पताल प्रशासन व डाक्टर केखिलाफ पीजीआइ थाने पर दी तहरीर। 

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गोसाईगंज स्थित सिंगटा गाव में रहने वाले राम किशुन 55 जो कि पेसे से किसान थे जो कि िपिछले कई दिनों से निमोनिया जैसी कई बीमारी से ग्रस्थ चल रहे थे सोमवार रात गम्भीर होने चलते बेटा राजेश मां राजरानी के साथ सोमवार रात उतरटिया स्थित राजधानी अस्पताल में पिता को लेकर आए जहा मौजूद डाक्‍टरों ने हालत नाजुक बताकर मरीज को वेंटीलेटर में रखने को कहा। परिजनों से 15 हजार जमा करने की कही पर उस समय परिजनों ने 4 हजार रुपए ही जामा किए और मरीज को आइसीयू में रखा गया मरीज राम किसुन के बेटे राजेश ने  आरोप लगाया कि सुबह चार बजे मेरे पिता घबराते हुए आईसीयू से लड़खडाते बाहर सीढियों तक आ गए उस समय वहां का सारा स्टफ सो रहा था मैने देखा और डाक्टर व वहां के कर्मचारियों को बताया डाक्टर ने तुरत एक बार फिर उेहें आईसीयू ले गए। बार बार मेरे पिता यही कह रहे थे की यहां के डाक्टर कोई इलाज नहीं कर रहे हैं यहा से लेकर चलो,  लेकिन हम लोगों ने वहीं इलाज के लिए उन्‍हें रोका सुबह लगभग नौ बजे डाक्टर ने फिर हम लोगों से 15 हजार रूपए जमा कराए दिन के 12 बजे लगभग अचानक डाक्टर ने कहा कि मरीज की हालत काफी गम्भीर है इन्‍हे मेडिकल कालेज ले जाना है हम लोगों  ने कहा कि आखिर इतनी जल्‍दी क्या हो गया पर डाक्टर नहीं माने और आनन-फनन में पिता को एम्बुलेंस में लाद लिया गया पर मेडिकल कालेज  पहुंचने पर डाक्टर ने मौत होने की पुष्टि की।

मौत होने के बाद भी पैसे लेते रहे

परिजनों ने बताया कि सुबह नौ बजे तक हमारा मरीज सही था पर उसे इलाज नहीं मिल रहा था जिसके चलते उनकी मौत हो गई पर वहां के डाक्टर पैसे पर पैसे लेते गए 12 घंटे के भतर 65 हजार रूपए अस्पताल में लग गए उसके बाद भी डाक्टर मरीज को जिंदा बताते रहे जब की उनकी मौत मेडिकल कालेज ले जाने से पहले राजधानी अस्पताल में ही मौत हो गई थी। 

क्‍या बोले जिम्‍मेदार 

अस्पताल संचालक एसपी दुबे ने बताया कि सोमवार रात परिजन मरीज राम किशुन को लेकर आए थे उसे समय मरीज निमोनिया, सेप्‍टीसीमिया समेत अनेक बीमारियों से ग्रस्‍त था जिसे आईसीयू में ऑक्सीजन पर रखा गया था मंगलवार दिन लगभग 12 बजे मरीज की हालत नाजुक होने लगी तो हमारे यहां के डाक्टर व स्टाफ ने एम्बुलेंस से मेडिकल कालेज भजने लगे उस बीच इनके परिजनों ने विरोध जाताया पर कुछ देर बाद हमरे यहां के दो स्टाफ के साथ परिजन मरीज को मेडिकल कालेज लेकर चले गए पर हजरत गंज पहुंचने पर परिजनों ने हमारे स्टाफ से अभद्रता करते हुए  उन्‍हें यह कह कर उतार दिया कि हमारे मरीज की मौत वहीं हो चुकी है तुम लोग हमे बेकूफ बना  रहे हो। उसके बाद भी किसी तरह हमारा स्टाफ उन्‍हें मेडिकल कालेज लेकर गया पर परिजन मरीज को अंदर नहीं लेकर गए और दो घंटे बाद एक बार फिर हमारे अस्पताल लेकर चले आए और इलाज में लापरवाही के चलते मौत होने की बात कहते हंगामा काटते रहे। पुलिस ने शव को पोस्ट मार्टम के लिए भेज दिया है।   

इंस्पेक्टर पीजीआइ अशोक कुमार सरोज ने बताया कि मृतक राम किशुन के बेटे राजेश ने अस्पताल संचाल व डाक्टर के खिलाफ इलाज में लापरवाही के चलते मौत होने को लेकर तहरीर दी है जाच कर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।

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