उत्तर प्रदेश कांग्रेस में संगठन विस्तार से अब जातीय संतुलन का प्रयास, 32 नए पदाधिकारी शामिल
उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस अब अपने संगठन को मजबूत करने के प्रयास में जुटी है। इसी क्रम में अब प्रदेश टीम का आकार दो उद्देश्यों से बढ़ाया गया है।
लखनऊ, जेएनएन। उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस अब अपने संगठन को मजबूत करने के प्रयास में जुटी है। इसी क्रम में अब प्रदेश टीम का आकार दो उद्देश्यों से बढ़ाया गया है। पहली कोशिश ज्यादा से ज्यादा कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी देकर सक्रिय करने की है तो साथ ही जातीय और क्षेत्रीय संतुलन साधने का भी प्रयास है। इसी रणनीति के तहत प्रदेश की टीम में 32 नए चेहरों को जगह दी गई है।
कांग्रेस पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश प्रभारी प्रियंका वाड्रा ने जब राज्य की टीम अपने हिसाब से बनाई, तब पार्टी पदाधिकारियों द्वारा दावा किया गया था कि टीम छोटी ही रखी जाएगी, लेकिन बाद में जब महसूस किया गया कि जिम्मेदारी न मिलने से कई कार्यकर्ता निष्क्रिय हैं तो संगठन विस्तार पर मंथन शुरू हुआ। कई दिन से कयास चल रहे थे कि जल्द ही प्रदेश कमेटी का विस्तार किया जाएगा। सोमवार को इसकी घोषणा कर दी गई।
विधानसभा चुनाव की तैयारी में जुटी कांग्रेस पार्टी ने संगठन का विस्तार जातीय फार्मूले पर ही किया गया है। दो नए उपाध्यक्ष, छह महासचिव, 22 सचिव और दो संगठन सचिव बनाए गए हैं। पार्टी का दावा है कि अब संगठन में 19 फीसद ब्राह्मण व 17 फीसद अल्पसंख्यक के अलावा अन्य में पिछड़ों और अतिपिछड़ों की भी प्रमुख भागीदारी है।
- इन्हें मिली नई जिम्मेदारी
- प्रदेश उपाध्यक्ष : विधायक सोहेल अख्तर अंसारी और योगेश दीक्षित।
- प्रदेश महासचिव : विवेकानंद पाठक, मकसूद खान, अंकित परिहार, विदित चौधरी, ब्रह्मïस्वरूप सागर, प्रकाश प्रधान लोधी।
- प्रदेश सचिव : हनुमंत विश्वकर्मा, मनोज तिवारी, त्रिभुवन नारायण मिश्रा, इमरान खान, कौशल त्रिपाठी, देवेंद्र श्रीवास्तव, मणींद्र मिश्रा, उज्जवल शुक्ल, राहुल राजभर, सैफ अली नकवी, अंशू तिवारी, सुनील विश्नोई, अवनीश कजला, मोहम्मद शोएब, असलम चौधरी, जीतेंद्र कश्यप, योगेश तालान, कौशलेंद्र यादव, विकास अवस्थी, नीतम सचान, अखिलेश शुक्ला और पुष्पेंद्र सिंह।
- प्रदेश संगठन सचिव : संजीव शर्मा और अनिल कुमार यादव।