जेल से ही लोकसभा चुनाव लड़ेगा बाहुबली अतीक, कड़ी की गई बरेली जेल की सुरक्षा व्यवस्था
बाहुबली पूर्व सांसद अतीक ने जेल के बाहर बातचीत के दौरान कहा कि वह लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेगा, किस पार्टी से चुनाव लड़ेगा यह अभी तय नहीं किया है।
लखनऊ, जेएनएन। बाहुबली पूर्व सांसद अतीक देवरिया से बरेली जेल में शिफ्ट होने के बाद उसके रसूख की बातें बाहर आने लगीं है। उसे कुछ समय पहले नैनी जेल से अनुशासन में बेजोड़ मानी जाने वाली देवरिया जेल शिफ्ट किया गया था। आज अतीक के पहुंचने पर बरेली जिला जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतीक ने बरेली जेल के बाहर बातचीत के दौरान कहा कि पुलिस प्रशासन ने उस पर फर्जी मुकदमा दर्ज कराया है। जिस व्यापारी से वसूली की बात की जा रही है, उससे उसका कोई लेना देना नहीं है। जेल में लाकर उसके साथ मारपीट व वसूली की बात गलत है । अतीक का कहना है कि व्यापारी से पुलिस अफसरों के संबंध है इसलिए उसके खिलाफ साजिश रची है । अतीक अहमद ने कहा कि वह लोकसभा चुनाव जरूर लड़ेगा, किस पार्टी से चुनाव लड़ेगा यह अभी तय नहीं किया है।
देवरिया जेल में चलती थी अतीक की हुकूमत
बाहुबली पूर्व सांसद अतीक अहमद की देवरिया जिला जेल में हुकूमत चलती थी। उसने डेढ़ साल के भीतर जेल में अपने शागिर्द तैयार किए। उनमें कई उसके विश्वासपात्र बन गए, जो उसके इशारे पर चलते थे। यही नहीं, उसके गुर्गों की जमात भी अक्सर जेल व उसके अगल-बगल मंडराती रहती थी। अतीक के बरेली जेल में शिफ्ट होने के बाद उसके रसूख की बातें अब बाहर आने लगी हैं। देवरिया जेल की पहचान अनुशासन के मामले में बेजोड़ थी। बाहुबली अतीक को अप्रैल 2017 में प्रयागराज के नैनी जेल से देवरिया जिला जेल में शिफ्ट किया गया। जिला जेल में रहने के दौरान अतीक ने अपना संजाल फैलाया और मनमानी करने लगा।
चहारदीवारी कम नहीं कर सकी रसूख
अतीक के गुर्गे साए की तरह जेल के बाहर मंडराते रहते थे। जेल की चहारदीवारी भी उसके रसूख को कम नहीं कर पाई। परिणाम यह रहा कि उसे जेल के भीतर मोबाइल से लेकर अन्य सहूलियतें भी आसानी से मुहैया होती रहीं। समय समय पर प्रशासन की छापेमारी में बाहुबली अतीक अहमद की बैरक से मोबाइल सिम कार्ड, कंप्यूटर में लगाए जाने वाले चार पेन ड्राइव मिलने की पुष्टि हो चुकी है। उसी के कारण अन्य बैरकों से भी एक मोबाइल, तीन मोबाइल सिम कार्ड, चाकू व अन्य संदिग्ध सामान बरामद हुए। बरामद मोबाइल व अन्य सामान को देख जिला प्रशासन भी हैरत में पड़ गया। तत्कालीन डीएम व एसपी ने मुकदमा भी दर्ज कराया था।
कड़ी की गई जेल की सुरक्षा व्यवस्था
पूर्व बाहुबली सांसद अतीक अहमद के पहुंचने पर जिला जेल की सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। अतीक के आने के बाद खुद जेल अधीक्षक मंगलवार को पहले दिन जेल में रहे। अतीक अहमद को अलग बैरक में अकेले (तन्हाई) में रखा गया है। बैरक के बाहर तीन सिपाही व एक हेड कांस्टेबल निगरानी में लगे हैैं। 24 घंटे जेल के कर्मचारी अतीक पर निगाह रखेंगे। दरअसल, जेल अधीक्षक यूपी मिश्रा पूर्व में नैनी जेल में थे। तब अतीक अहमद भी उसी जेल में था। लिहाजा उन्हें अतीक का बैकग्राउंड पता है।