पॉलीटेक्निक का दीक्षा समारोह : डिप्लोमा के साथ मिली नौकरी की सौगात Lucknow news
पांच पॉलीटेक्निक संस्थानों में एक साथ हुआ दीक्षा समारोह। राजकीय पॉलीटेक्निक में महापौर ने दिए मेडल।
लखनऊ, जेएनएन। प्राविधिक शिक्षा परिषद के निर्देश पर सोमवार को राजधानी की तीन राजकीय और दो सहायता प्राप्त संस्थाओं में एक साथ दीक्षा समारोह हुआ। राजकीय पॉलीटेक्निक में हुए दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं महापौर संयुक्ता भाटिया ने कहा कि मैं मां के रूप में आई हूं। एक मां अपने बच्चों को आगे बढ़ता देखकर कितनी खुश होती है, उसका एहसास मुझे हो रहा है। कुशल शिक्षकों के निर्देशन में बच्चे आगे बढ़ेंगे तो देश व समाज तरक्की करेगा।
प्रधानाचार्य डॉ.आरके सिंह ने बताया कि 13 ट्रेडों के मेधावियों को पदक दिए गए। अंकुर दुबे, आशुतोष वाष्र्णेय, नीतू, अंकित, शशि भूषण, मनाली, कविता, शशांक, ऋचा, सुभेंद्र, योगेश, सौम्या,अरशद को गोल्ड मेडल दिया गया। अमृता, वीरेंद्र, स्नेहा, सुभाष, अंकिता, संध्या, ज्योति, मुकेश, स्वीटी, दिव्या, प्रियंका, अंकुर व हंसिका को सिल्वर मेडल प्रदान किया गया। प्रांजल गुप्ता, लवकुश, नितेश, प्राची, सुधीर, जयकुमार, गौशिया, शिवम, पीयूष, प्रिंस, ज्योत्सना, अजीत व सोनाली को कांस्य पदक दिया गया। प्रवक्ता अलोक ने बताया कि विशेष सचिव धीरेंद्र सिंह सचान, संयुक्त प्रवेश परीक्षा परिषद सचिव एसके वैश्य, मनोज तिवारी,डॉ.एसके मेहता और ओपी वर्मा समेत कई अधिकारी शामिल हुए। 400 विद्यार्थियों को डिप्लोमा प्रदान किया गया।
फैशन शो के बीच मेधावी छात्राएं हुईं सम्मानित
राजकीय महिला पॉलीटेक्निक में छात्राओं के फैशन शो के बीच मेधावी छात्राओं को सम्मानित किया गया। बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए प्राविधिक शिक्षा परिषद के अध्यक्ष विद्या सागर गुप्ता ने मेधावियों को सम्मानित किया। अमृता पांडेय, इसरत जहां, नादिया, प्रिया गौतम, प्रिया, दीपिका रेशमा, कविता, अपर्णा, राजकन्या, वारिसा, राधा, अर्पिता, निरुपमा सिंह, दीक्षा त्रिपाठी, शना फातिमा, सृष्टि चौहान और महिमा को गोल्ड, सिल्वर और कांस्य पदक दिए गए। प्रधानाचार्य एसके श्रीवास्तव ने बताया कि कंप्यूटर लैब के साथ ही सेनेटरी नैपकिन मशीन का भी उद्घाटन किया गया। 300 छात्राओं को डिप्लोमा दिया गया।
राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने किया मेधावियों का सम्मान
लखनऊ पॉलीटेक्निक में चार ट्रेडों में पहले तीन स्थान पाने वाले छात्रों को गोल्ड मेडल दिए गए। निपुण, राजनंदनी, दिपांशु और स्मिता को गोल्ड मेडल दिया गया जबकि अलीम, कृष्ण कुमार, हरिनाथ और यमुना को सिल्वर मेडल मिले। सोहन लाल, राजेंद्र यादव, राम बचन व विनोद को कांस्य पदक दिया गया। बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुईं महिला कल्याण राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वाति सिंह ने मेधावियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि होनहार देश व समाज को नई दिशा देने में अपनी भूमिका निभा सकते हैं। प्रधानाचार्य राजेंद्र सिंह ने बताया कि 300 से अधिक छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया गया। आयोजन से पहले छात्राओं की ओर से राष्ट्रगीत प्रस्तुत किया गया।
100 छात्रों को मिला डिप्लोमा
मोहान रोड स्थित गोविंद बल्लभ पंत राजकीय पॉलीटेक्निक में हुए दीक्षा समारोह में बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए उप निदेशक समाज कल्याण श्री निवास द्विवेदी ने मेधावियों को डिप्लोमा और मेडल प्रदान किए। तीन मेधावियों शुभम, रितीश और धीरज को गोल्ड मेडल दिया गया जबकि रोहित, राजन और प्रवीन को सिल्वर और शालिनी, धीरचंद्र और मुहम्मद राशिद कांस्य पदक मिला। प्रधानाचार्य पवन मिश्रा ने बताया कि तीन टे्रडों के 100 विद्यार्थियों को डिप्लोमा प्रदान किया गया।
डिप्लोमा के साथ नौकरी की सौगात
हीवेट पॉलीटेक्निक में डिप्लोमा के साथ ही 20 मेधावियों को नौकरी की सौगात भी दी गई। बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए आरडीएसओ के अपर महानिदेशक अशोक कुमार मिश्रा ने उन्हें डिप्लोमा के साथ नियुक्ति पत्र दिया तो उनके चेहरे खिल उठे। प्राविधिक शिक्षा परिषद के संयुक्त सचिव एसएस अग्निहोत्री, प्रबंध समिति के अध्यक्ष डॉ. सुधाकर अस्थाना, सदस्य राजेश कुमार और प्रधानाचार्य डॉ. यूसी वाजपेयी की मौजूदगी में विजय सिंह, अतुल कुमार सोनी, आदित्य सिंह, संदीप कुमार गुप्ता, अभिषेक दिव्या वर्मा, सचिन केसरवानी, अभिनंदन भरद्वाज, अभिषेक पासवान, आशीष कुमार मौर्य, उम्मे फौजिया, कीर्ति राय, कृष्ण प्रताप तिवारी, अनामिका सिंह, अनूप चौहान, अंकित कुमार मौर्य, मनीष कुमार गुप्ता, अतुल कुमार सोनी, अभिषेक राव, आलोक कुमार सिंह, अंकिता रघुवंशी को नियुक्ति पत्र के साथ ही पदक दिए गए। 150 से अधिक छात्रों को डिप्लोमा प्रदान किया गया।
दो पूर्व छात्र बने ब्रांड एंबेसडर
दो पूर्व छात्रों को ब्रांड एंबेसडर के रूप में सम्मानित किया गया। 20 साल तक भारतीय वायु सेना में देश की सेवा करके सीनियर नॉन कमीशंड ऑफिसर के पद पर 2011 में सेवानिवृत्त हुए राकेश चंद्र शुक्ला अब खुद का व्यवसाय कर रहे हैं। 1990 में वह यहां से पास आउट हुए थे। 1997 में पास आउट हुए प्रशांत गुप्ता अब कैंट में कंप्यूटर इंस्टीट्यूट चला रहे हैं।