केजीएमयू के डॉक्टर पर असिस्टेंट प्रोफेसर ने लगाया यौन उत्पीडऩ का आरोप
पुलिस पर एफआइआर न लिखने का आरोप। उच्चाधिकारियों को लिखा पत्र कुलपति कार्यालय की घटना।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू की एक असिस्टेंट प्रोफेसर ने सनसनीखेज आरोप लगाए हैं। उन्होंने जांच के बहाने कुलपति कार्यालय बुलाकर डॉक्टर और कर्मचारी पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाया है। असिस्टेंट प्रोफेसर के मुताबिक, 18 जनवरी को एक पत्र प्राप्त हुआ। इसमें उसी दिन दोपहर 12 बजे सेवा संबंधी मसले को लेकर कुलपति कार्यालय बोर्ड रूम में हाजिर होने का जिक्र था। ऐसे में तय समय पर बोर्ड रूम पहुंचीं। वहां पर बतौर सदस्य शामिल एक चिकित्सक ने अश्लील और अभद्र टिप्पणी की। वहीं, कार्यालय में देर तक बैठाने के लिए कार्यवृत्त लेकर ही जाने का निर्देश दिया।
आप तो गोली चलाकर घायल कर देंगी
इस दौरान पीडि़ता कार्यवृत्त के लिए कार्यालय में तैनात कर्मी से मिलीं। आरोप है कि उक्त कर्मचारी ने अभद्र टिप्पणी की। असिस्टेंट प्रोफेसर से कहा कि आपको जांच के उत्तर देने की क्या जरूरत है, जिसे चाहें गोली चलाकर घायल कर दें। वहीं, बोर्ड रूम में कमेंट करने वाले डॉक्टर के चालक ने फोन नंबर दिया। कहा, इन नंबरों पर कॉल कर उनके आवास पर चली जाएं।
असिस्टेंट प्रोफेसर ने एक डॉक्टर, उसके चालक व कर्मचारी पर यौन उत्पीडऩ का आरोप लगाकर शिकायत की। साथ ही स्थानीय पुलिस पर एफआइआर न लिखने का आरोप लगाकर पुलिस कमिश्नर से शिकायत की। वहीं केजीएमयू के प्रवक्ता डॉ. सुधीर सिंह ने बताया कि असिस्टेंट प्रोफेसर के मसले पर लीगल सेल से जानकारी प्राप्त की। मिली सूचना के अनुसार महिला शिक्षक के आरोप काल्पनिक व तथ्यहीन हैं।