योगी सरकार का एक सालः कलाकारों ने लोकगीतों के जरिये योगी सरकार का किया गुणगान
प्रदेश के कलाकारों ने आल्हा, फरुवाही, राई, मयूर नृत्य और कथक के माध्यम से कलाकारों ने एक गुलदस्ता पेश किया। कलाकारों ने उम्मीद भी जगाई।
लखनऊ (जेएनएन)। योगी सरकार ने सोमवार को लोकभवन में अपने एक साल को बेमिसाल बनाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। 'हुआ विकास-बढ़ा विश्वास के नारे के साथ सरकार की उपलब्धियों का गुणगान हुआ। प्रदेश के कलाकारों ने आल्हा, फरुवाही, राई, मयूर नृत्य और कथक के माध्यम से कलाकारों ने एक गुलदस्ता पेश किया। कलाकारों ने उम्मीद भी जगाई।
रायबरेली के रामरथ पांडेय और फौजदार सिंह ने आल्हा की धुनों पर योगी सरकार की सराहना की। योगी के विकास के विजन पर फोकस करते हुए फौजदार बोले- जइसे दुलहिन सजे गवन में, वइसे यूपी देब सजाय। अवध के फरुवाही नृत्य का नेतृत्व फैजाबाद के मुकेश कुमार ने किया जबकि मथुरा की सुश्री जागृति की टीम ने मयूर नृत्य के जरिये राधा-कृष्ण झांकी प्रस्तुत किया। झांसी के निशांत भदौरिया ने बुंदेलखंड का राई कार्यक्रम पेश किया।
लखनऊ की शारदा मिश्रा की टीम ने कथक नृत्य के जरिये समा बांध दिया। फिर सभी कलाकार एक साथ मंच पर आए और आज बिरज में होली रे रसिया... गीत के जरिये होली के उमंग को ताजा कर दिए। भातखंडे विश्वविद्यालय के छात्र प्रखर पांडेय, तरुण कुमार, हर्ष भारती, श्वेता शुक्ला, पूजा पांडेय, महुआ त्रिपाठी ने राष्ट्रगान प्रस्तुत किया।
सोमवार को लोकभवन का नजारा अद्भुत था। मुख्य द्वार से ही बैंड और नगाड़ों की लोक धुनों पर सरकार की उपलब्धियों का डंका बज रहा था। योगी और मोदी के नारे के साथ ही विभिन्न वाद्यों की धुन माहौल को अलग रूप दे रही थी।
पुलिसकर्मी भूपेंद्र सिंह तोमर पर बनी फिल्म दिखाई : सरकार ने पुलिस व्यवस्था में आये बदलाव का चित्र तिग्मांशु धुलिया के निर्देशन में बनी एक लघु फिल्म के जरिये पेश किया। इस फिल्म में एक पुलिसकर्मी भूपेंद्र सिंह तोमर के वास्तविक प्रयासों को दर्शाया गया है। तोमर को बेटी की मौत की सूचना मिली थी लेकिन, उसने पहले अपना फर्ज निभाया। योगी सरकार ने यह बताने की कोशिश की कि पुलिस बदल रही है और मानवीय हो रही है।
कर्जमाफी से किसान खुशहाल : कर्जमाफी से किसानों में इस कदर खुशहाली है कि लोग कर्ज भरने वाले पैसे का दूसरे क्षेत्र में सदुपयोग कर रहे हैं। कर्जमाफी से जुड़ी फिल्म में एक किसान को उस पैसे को बच्चे की पढ़ाई में खर्च करने और एक नई उम्मीद दर्शायी गई है।
एक साल-नई मिसाल, उपलब्धियों का ब्योरा : राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य व डॉ. दिनेश शर्मा तथा विधानसभा अध्यक्ष हृदय नारायण दीक्षित समेत कई प्रमुख लोगों ने एक साल-नई मिसाल पुस्तिका का लोकार्पण किया। यह पुस्तक योगी के एक साल के काम काज का ब्यौरा है। इस पर राज्यपाल राम नाईक ने खुशी जताई। कहा, योगी सरकार ने सौ दिन, छह माह और एक वर्ष पर अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है।