बाथ स्पा यूनिवर्सिटी ऑफ यूके व लविवि का आर्ट कॉलेज मिलकर करेगा काम, छात्रों को मिलेगा फायदा
एमओयू के तहत आर्ट कॉलेज और यूके की बाथ स्पा यूनिवर्सिटी के बीच टीचिंग एंड ट्रेनिंग का होगा आदान-प्रदान। लखनऊ विश्वविद्यालय के आर्ट कॉलेज की स्थापना के पीछे भी लंदन का रहा है इतिहास
लखनऊ, जेएनएन। लखनऊ विश्वविद्यालय के आर्ट कॉलेज के दिन अब फिर बहुरेंगे। यहां के छात्र छात्राओं को विदेश के विश्वविद्यालयों के साथ पढ़ाई का मौका मिलेगा। इतना ही नहीं शिक्षक को भी अपनी पर्सनालटी डेवलप करने का मौका मिला। दरअसल, लखनऊ विश्वविद्यालय प्रशासन ने बाथ स्पा यूनिवर्सिटी आफ यूके और आर्टस कॉलेज के बीच एक समझौता पत्र हस्ताक्षर करने की दिशा में कदम बढ़ाया है। इसके तहत स्टूडेंट, टीचर लर्निग एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत यूके जाएंगे।
ये प्रोग्राम छात्रों के लिए कॅरियर का रास्ता तैयार करेगा। इसी दिशा में लगभग 10 वषों से चल रहे प्रयास को मौजूदा कुलपति प्रो. आलोक कुमार राय ने हरी झंडी दे दी है। एमओयू के तहत आर्ट कॉलेज और यूके की बाथ स्पा यूनिवर्सिटी के बीच टीचिंग एंड ट्रेनिंग का आदान प्रदान होगा। आर्ट कॉलेज के डीन डॉ. आलोक कुमार ने बताया कि बाथ स्पा यूनिवर्सिटी विश्व की चौथे नंबर की यूनिवर्सिटी है। लविवि के आर्ट कॉलेज की स्थापना के पीछे भी लंदन का इतिहास रहा है। वर्ष 1911 में आर्ट कॉलेज की स्थापना हुई थी। जिसे रायल कॉलेज ऑफ लंदन से आए शिक्षकों ने शुरू किया था। इसे पांच स्कूलों के आर्टिस्टों ने शुरू किया था। प्रो. मैथलिन आर्ट कॉलेज के पहले एचओडी रहे हैं। यहां रायल कॉलेज लंदन से मूर्तिकार भी आए थे। वहां से बच्चों को पढ़ाने केलिए सामान भी लाया गया था, उसी से कॉलेज शुरू हुआ।
2011 में मिला था प्रस्ताव
वर्ष 2011 में बाथ स्पा यूनिवर्सिटी के स्कूल ऑफ आर्ट से भारतीय मूल के प्रवीण शर्मा आर्ट कॉलेज आए थे। उस समय उन्होंने खुद टीचिंग एंड ट्रेनिंग प्रोग्राम का प्रस्ताव दिया था। इसके बाद निवर्तमान कुलपति मनोज कुमार मिश्र, कुलपति ने ज्यादा ध्यान नहीं दिया। वर्तमान कुलपति प्रो. आलोक राय ने इस एमओयू पर सहमति जाहिर कर दी है। उनका कहना है कि स्टूडेंट एंड टीचिंग लनिर्ंग प्रोग्राम से आर्ट कॉलेज के छात्रों और शिक्षकों को फायदा मिलेगा। प्रोग्राम में लखनऊ आर्ट कालेज के 15 छात्र और तीन शिक्षक यूके जाएंगे।