Defence Expo 2020: 'अर्जुन' कराएगा भारत की ताकत का अहसास, विदेशी हथियारों को स्वदेशी की टक्कर
Defence Expo 2020 युद्धक टैंक अर्जुन कराएगा भारत की तकनीक का अहसास।
लखनऊ [निशांत यादव]। दुश्मनों के मंसूबों को ध्वस्त करने के लिए अब भारत ने भी कई नामी देशों की तरह लाइट फील्ड गन, युद्धक टैंक और हल्के लड़ाकू विमान की तकनीक हासिल कर ली है। इस बार होने वाले डिफेंस एक्सपो 2020 के दौरान हथियार और विमान बनाने वाले कई देशों की निगाहें भारतीय हथियारों पर होगी। थलसेना के लिए आर्टीलरी, इंफेंट्री, आम्र्ड के मेक इन इंडिया हथियार डिफेंस एक्सपो में विदेशी हथियारों को टक्कर देते नजर आएंगे।
अल्ट्रालाइट होवित्जर गन धनुष को पिछले साल दीपावली पर ही सेना में शामिल किया गया। यह 155/45 एमएम आर्टीलरी गन 38 किलोमीटर तक एक मिनट में चार राउंड फायर कर सकती है। इसे दुनिया की सबसे मारक आर्टीलरी गन में से एक माना जा रहा है। इसके अलावा भारत में तैयार हुई एम777 अल्ट्रालाइट होवित्जर और सेल्फ प्रपोल्ड बख्तर बंद गन के-9 बज्र भी अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेगी। आधुनिक युद्धक टैंक अर्जुन डीआरडीओ की क्षमता का एहसास कराएगा।
मल्टी बैरल रॉकेट लांचर पिनाक, समुद्र में दुश्मन देशों की सबमरीन और युद्धपोत के लिए समुद्री माइन और इजरायल की तरह हाइ पावर रडार सिस्टम इस बार डीआरडीओ की उपलब्धि बताएगा। भारतीय नौसेना के शिपयार्ड में बनने वाले स्वदेशी युद्धपोत के मॉडल, वायुसेना के लिए एचएएल के तैयार किए हुए लाइट कंबैट एयरक्राफ्ट तेजस, यूटिलिटी हेलीकॉप्टर ध्रुव, एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल से लैस लड़ाकू हेलीकॉप्टर रुद्र, एंटी टैंक मिसाइल नाग सहित डीआरडीओ की तैयारी की गई कई मिसाइल के मॉडल भारत की रक्षाक्षेत्र में बढ़ रही ताकत का जलवा दिखाएगी।
इन पर भी होगी खास नजर
पांच फरवरी को इंडिया फ्रांस डिफेंस इंडस्ट्रीज पर सेमिनार में दोनों देशों के रक्षा विशेषज्ञ हिस्सा लेंगे। जबकि छह फरवरी को मेकिंग इंडियन शिपयार्ड ग्लोबल प्लेयर्स सेमिनार में भारत युद्ध पोत और सबमरीन बनाने की अपनी क्षमता दिखाएगा। वहीं एयरक्राफ्ट कॅरियर के भविष्य और अमेरिकी डिफेंस इंडस्ट्री एंड मेक इन इंडिया सत्र में डीआरडीओ, एचएएल जैसे रक्षा संस्थान अपनी तकनीकि का परिचय कराएंगी।