खुला रिश्वतखोर दारोगा का राज, एंटी करप्शन टीम ने किया गिरफ्तार
काकोरी थाना क्षेत्र की अंधे की चौकी का प्रभारी है दारोगा। दुष्कर्म और पॉक्सो एक्ट के मुकदमे में आरोपित के पिता से मांगे थे आठ हजार।
लखनऊ(जेएनएन)। अफसर महिला सुरक्षा को प्राथमिकता पर रखने का दावा कर रहे हैं और पुलिस उनके दावों की धज्जियां उड़ा रही है। एंटी करप्शन टीम ने काकोरी थाना क्षेत्र स्थित अंधे की चौकी प्रभारी दारोगा धीरज निगम को आठ हजार रुपये घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है।
दारोगा ने एक किशोरी से दुष्कर्म करने वाले आरोपित युवक के पिता से संबंधित मुकदमे में हल्की धाराएं लगाकर केस रफादफा करने के नाम पर आठ रुपये की घूस मांगी थी। एंटी करप्शन टीम में शामिल अधिकारियों के मुताबिक, काकोरी थाने में पूर्व में दुष्कर्म, पॉस्को एक्ट, अपहरण समेत अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमे में जेल भेजे गए आरोपित के पिता से दारोगा ने रुपये की मांग की थी। आरोपित ने एक सोलह वर्षीय किशोरी को अगवाकर उसके साथ दुष्कर्म किया था। दारोगा ने आरोपित के पिता को आश्वासन दिया था कि आठ हजार में विवेचना के दौरान संबंधित मुकदमे में धाराएं हल्की कर देगा, जिससे उसके आरोपित बेटे को जल्द जमानत मिल जाएगी और वह जेल से रिहा हो जाएगा। आरोपित के पिता के साथ मौजूद महिला ने पूरे मामले की जानकारी एंटी करप्शन टीम को दी। टीम ने जाल बिछाया और आरोपित के पिता को महिला लेकर चौकी में मौजूद दारोगा के पास पहुंची। दारोगा को जैसे ही आठ हजार रुपये दिए गए, एंटी करप्शन टीम ने दारोगा को मौके से पकड़ लिया।
पूछताछ के बाद सिपाही और होमगार्ड को छोड़ा
एंटी करप्शन की टीम ने अंधे की चौकी के सिपाही प्रदीप कुमार और होमगार्ड श्रीकृष्ण सैनी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था, लेकिन उनका कोई रोल न मिलने पर उन्हें बाद में छोड़ दिया।