बिल्डर जीतू चावला पर एक और एफआइआर, नाका कोतवाली में दर्ज हुई जालसाजी की रिपोर्ट
जीतू चावला के खिलाफ नाका कोतवाली में पहले भी एक और ठगी की एफआइआर दर्ज की गई थी।
लखनऊ, जेएनएन। बिल्डर जीतू चावला के खिलाफ नाका कोतवाली में एक और एफआइआर दर्ज की गई है। इस बार निराला नगर निवासी तुपरांश अग्रवाल ने आरोपित पर 10 लाख रुपये की ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। आरोप है कि जीतू चावला ने बांस मंडी में स्थित कुछ दुकानें बेचने का झांसा देकर रुपये लिए थे। आरोपित ने कहा था की दो हजार वर्ग फिट की प्रॉपर्टी है, जिसे आप खरीद लो। इसके लिए आरोपित ने एक करोड़ 60 लाख रुपये की मांग की थी। पीड़ित ने उसकी बातों में आकर दो बार मे 10 लाख रुपये भी दे दिए। बाद में छानबीन करने पर पता चला कि आठ सौ वर्ग फिट ही आरोपित के पास है और शेष हिस्सा किसी और क नाम पर है।
पीड़ित ने जब अपने रुपये वापस मांगे तो आरोपित जीतू चावला और उसका बेटा अंगद चावला टालमटोल करने लगे। दबाव बनाने पर आरोपितों ने बहानेबाजी शुरू कर दी। परेशान होकर पीड़ित ने नाका कोतवाली में तहरीर दी। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है। गौरतलब है कि जीतू चावला के खिलाफ नाका कोतवाली में पहले भी एक और ठगी की एफआइआर दर्ज की गई थी। इंस्पेक्टर नाका सुजीत दुबे के मुताबिक मामले की विवेचना की जा रही है।
ठगी करने वालों के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण का मुकदमा
गाजीपुर थाने में मकान के नाम पर ठगी करने वालों के खिलाफ आत्महत्या दुष्प्रेरण ( आईपीसी 306) के तहत मुकदमा दर्ज हुआ है। मूल रूप से गोंडा के छपिया निवासी जगदंबिका प्रसाद दुबे के बेटे जितेंद्र ने 13 जुलाई की रात आत्महत्या कर ली थी। जितेंद्र इंदिरानगर सेक्टर 22 में किराए पर रह मेडिकल की तैयारी के साथ ट्रैवल एजेंसी का भी काम करता था। उसने सुसाइड नोट में लिखा था कि मकान दिलाने के नाम पर पिकनिक स्पॉट रोड निवासी कौशलेंद्र सिंह को 50 हजार रुपये, शारदानगर के लवकुश शास्त्री को तीन लाख रुपये व राजेश्वर गुप्ता को भी रुपये दिए थे। इन लोगों ने न मकान दिलाया न पैसे वापस किए। जिससे वह काफी मानसिक तनाव में है। गाजीपुर पुलिस के मुताबिक पिता की तहरीर व सुसाइड नोट के आधार पर मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच पड़ताल की जा रही है।
प्लाट के नाम पर 1.5 लाख की ठगी
गोमतीनगर थाने में शाइन सिटी के निदेशक राशिद नसीम समेत 25 लोगों के खिलाफ प्लाट दिलाने के नाम पर डेढ़ लाख रुपये की ठगी का मुकदमा दर्ज हुआ। वृंदावन सेक्टर-6 सी निवासी मुनीर अहमद का आरोप है कि 2013 में शाइन सिटी की बीकेटी स्थित पैराडाइज गार्डन योजना में में प्लॉट बुक कराया था।स्कीम के हिसाब से समय पर किस्त जमा करते रहे। वर्ष 2016 में रजिस्ट्री कराने के लिए संपर्क करने पर कंपनी के अधिकारी टरकाने लगे। पुलिस के मुताबिक कंपनी के निदेशक राशिद नसीम, उसके भाई आसिफ नसीम, रविकांत तिवारी, साहब दीन गुप्ता समेत 25 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच की जा रही है।