Animal Husbandry Department Scams: पुलिस कस्टडी रिमांड पर बोले अरविंद सेन, कंपनी के खाते में लिए थे रुपये
सेवानिवृत्त आइपीएस को हजरतगंज कोतवाली के लॉकअप में रखा गया। इसके बाद विवेचक श्वेता श्रीवास्तव ने आरोपित से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपित ने इस प्रकरण में संलिप्तता से इंकार किया। इस दौरान उनकी आवाज का नमूना भी लिया गया।
लखनऊ, जेएनएन। पशुपालन विभाग में टेंडर दिलाने के नाम पर फर्जीवाड़े के मामले में आरोपित सेवानिवृत्त आइपीएस अरविंद सेन को गुरुवार को पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) पर लिया गया। न्यायालय ने आरोपित की 24 घंटे की पीसीआर मंजूर की थी। जेल से अरविंद सेन को लेकर पुलिस टीम हजरतगंज कोतवाली पहुंची। इस दौरान उनकी आवाज का नमूना भी लिया गया।
सेवानिवृत्त आइपीएस को हजरतगंज कोतवाली के लॉकअप में रखा गया। इसके बाद विवेचक श्वेता श्रीवास्तव ने आरोपित से पूछताछ शुरू की। पूछताछ में आरोपित ने इस प्रकरण में संलिप्तता से इंकार किया। सूत्रों के मुताबिक पूछताछ में आरोपित ने कहा कि तत्कालीन एसपी सीबीसीआइडी के पद पर जब वह तैनात थे तो उनके पास कुछ लोग आए थे। हालांकि, उन्होंने व्यापारी को धमकी नहीं दी थी और न ही इसके एवज में रुपये लिए थे। खाते में रुपये स्थानांतरित होने के सवाल पर सेवानिवृत्त आइपीएस ने कहा कि उनकी एक निजी कंपनी है। कंपनी के वह मालिक हैं। आशीष ने कंपनी के खाते में रुपये स्थानांतरित किए थे। वह रुपये व्यापार के सिलसिले में लिए गए थे। अरविंद सेन ने उन पर लगे सभी आरोपों को सिरे से खारिज कर दिया। विवेचक ने आरोपित का बयान दर्ज कर लिया है।
आज भेजे जाएंगे जेल
विवेचक की ओर से एंटी करप्शन कोर्ट में अर्जी देकर तीन दिन की पुलिस कस्टडी रिमांड (पीसीआर) की मांग की गई थी। इस पर न्यायालय ने 24 घंटे की पीसीआर दी थी। शुक्रवार को अरविंद सेन की पीसीआर खत्म हो जाएगी। इसके बाद उन्हें जेल में दाखिल कर दिया जाएगा।
देर रात तक हुई पूछताछ
पुलिस ने आरोपित से देर रात तक पूछताछ की। इस दौरान आरोपित और आशीष राय के बीच हुई बातचीत का जिक्र भी किया गया। इस पर अरविंद सेन ने कहा कि आशीष राय से उनका पुराना परिचय है और वह व्यापार के सिलसिले में उनसे संपर्क में रहता था। इसी को लेकर उससे उनकी बातचीत भी होती थी। अरविंद सेन ने फर्जीवाड़े के आरोपितों की मदद से इंकार किया है।