राजधानी में आइस फैक्ट्री से अमोनिया गैस का रिसाव, देर रात खाली कराए गए मोहल्ले
गुडंबा क्षेत्र में आवासीय इलाके में देर रात हुआ गैस का रिसाव। इलाके में दहशत का माहौल है। गनीमत रही कि सभी को सुरक्षित बचा लिया गया। किसी के हताहत होने की कोई जानकारी नहीं है।
लखनऊ(जेएनएन)। राजधानी के गुडंबा क्षेत्र में आवासीय इलाके में स्थित आइस फैक्ट्री में रविवार देर रात पाइप फटने से अमोनिया गैस पूरे इलाके में फैल गई। आखों में जलन के साथ सास लेने में दिक्कत होने पर आसपास के लोगों को भनक लगी। देखते ही देखते इलाके में हड़कंप मच गया। अफरा-तफरी के बीच लोगों ने पुलिस को सूचना दी। दमकल दस्ते के साथ पुलिस मौके पर पहुंचीं। फैक्ट्री की छत पर सो रहे गार्ड समेत चार कर्मचारियों को आनन-फानन में सुरक्षित नीचे उतारा गया। साथ ही इलाके को खाली कराया गया। दो दमकलों की टीम ने फैक्ट्री में पानी डालकर स्थित काबू में कर लिया।
इंस्पेक्टर गुडंबा के मुताबिक, फैक्ट्री आवासीय इलाके में चल रही थी। मौके पर फैक्ट्री मालिक नहीं मिला, लेकिन नोटिस दी जाएगी। साथ ही कार्रवाई के लिए भी संबंधित विभाग को कार्रवाई के लिए भी लिखा जाएगा। ऐहतियात के तौर पर आसपास के मकानों को खाली कराकर वहा रहने वालों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया है। वहीं, स्थानीय निवासियों के मुताबिक, कई बार शिकायत के बावजूद मोहल्ले में अवैध ढंग से आइस फैक्ट्री चल रही थी, पहले भी गैस रिसाव की घटना हो चुकी है।
क्या है अमोनिया ? ज्यादा मात्रा में अमोनिया सूंघने पर जान जा सकती है। अमोनिया एक तीक्ष्ण गंध वाली रंगहीन गैस है। यह हवा से हल्की होती है। इसका वाष्प घनत्व 8.5 है। यह जल में घुलनशील है। अमोनिया के जलीय घोल को लिकर अमोनिया कहा जाता है। यह क्षारीय होता है। प्रयोगशाला में अमोनियम क्लोराइड तथा बुझे हुए सूखे चूने के मिश्रण को गर्म करके अमोनिया गैस तैयार की जाती है।
यूरिया, अमोनियम सल्फेट, आदि रासायनिक खादों को बनाने में अमोनिया का उपयोग किया जाता है। बर्फ के कारखाने में शीतलक के रूप में भी अमोनिया का उपयोग किया जाता है। इसके अलावा लिकर अमोनिया का उपयोग कपड़ों से तेल ग्रीज आदि के दाग को छुड़ाने के लिए किया जाता है। अमोनियम कार्बोनेट बनाने में भी इसका उपयोग किया जाता है।