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Invest In UP: यूपी में नौ सेक्टर में निवेश करेंगी अमेरिकन कंपनियां, आइटी-इलेक्ट्रानिक्स व कृषि पर फोकस

Global Investor Summit 2023 योगी आद‍ित्‍यनाथ सरकार यूपी की अर्थव्‍यवस्‍था को वन ट्र‍िल‍ियन डालर इकोनामी बनाने पर फोकस कर रही है। सरकार फरवरी माह में होने वाली यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट 2023 के जर‍िए आइटी-इलेक्ट्रानिक्स व कृषि के क्षेत्र में अमेरिकन कंपनियों न‍िवेश के ल‍िए आमंत्र‍ित करेगी।

By Jagran NewsEdited By: Prabhapunj MishraPublished: Sat, 26 Nov 2022 07:51 PM (IST)Updated: Sat, 26 Nov 2022 07:51 PM (IST)
Invest In UP: यूपी में नौ सेक्टर में निवेश करेंगी अमेरिकन कंपनियां, आइटी-इलेक्ट्रानिक्स व कृषि पर फोकस
Global Investors Summit 2023 UP: यूपी में अध‍िक से अध‍िक न‍िवेश पर योगी सरकार का फोकस

लखनऊ, राज्य ब्यूरो। Global Investor Summit 2023 प्रदेश में बड़े पैमाने पर इंवेस्टमेंट के लिए अमेरिकी कंपनियां दिलचस्पी दिखा रही हैं। यूपी ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट (यूपी-जीआइएस-2023) के माध्यम से अब तक नौ कंपनियों ने निवेश करने के लिए सहमति दी है। इसमें आइटी व इलेक्ट्रानिक्स से लेकर कृषि क्षेत्र में कंपनियां निवेश करने को तैयार हैं।

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आइटी से लेकर कृषि क्षेत्र तक निवेशकों को लाएगी सरकार

  • जीआइएस-2023 की नोडल एजेंसी इंवेस्ट यूपी के मुताबिक भारी-भरकम निवेश के लिए अमेरिकी कंपनियों पर विशेष फोकस किया जा रहा है।
  • सरकार की ओर से बड़ी संख्या में अमेरिकी कंपनियों को न्योता भेजा गया है। वहीं अमेरिका के विभिन्न व्यापारिक संगठनों से भी सरकार के अधिकारी लगातार संपर्क में हैं।
  • अमेरिका की कंपनियां जिन सेक्टर में विशेष रूचि दिखा रही हैं उसमें आइटी व इलेक्ट्रानिक्स, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, रक्षा और एयरोस्पेस, फार्मास्युटिकल, चिकत्सा उपकरण, ऊर्जा, रिटेल और आटोमोबाइल सेक्टर शामिल हैं।

अमेरिका के पूंजीपतियों के साथ लगातार संपर्क में यूपी सरकार

आइटी सेक्टर में एप्पल, माइक्रोसाफ्ट कारपोरेशन व अल्फाबेट (गूगल), खाद्य एवं प्रसंस्करण के क्षेत्र में एडीएम, कोर्टेवा एग्रीसाइंस, एयरो व डिफेंस सेक्टर में बीएई सिस्टम, सफरान एसए व फार्मा एंड मेडिकल सेक्टर में जानसन एंड जानसन, फाइजर इंक, मर्क एंड कंपनी के अलावा अन्य सेक्टर की कंपनियां शामिल हैं। प्रदेश में 90 हजार से अधिक सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (एमएसएमई) क्लस्टर हैं और अमेरिका के पूंजीपतियों के साथ सरकार लगातार संपर्क में हैं। सरकार को उम्मीद है कि यहां स्टार्टअप में अमेरिकी निवेशकों की हिस्सेदारी होने पर यहां यूनिकार्न की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि होगी और इसके साथ यहां प्रतिभा के पलायन को भी रोका जा सकेगा।


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