अंबेडकर विश्वविद्यालय गांवों में चलाएगा समृद्धि की पाठशाला, साक्षरता के साथ रोजगार के अवसर भी होंगे उपलब्ध
बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि राजधानी के पांच गांवों को गोद लेकर समृद्धि की पाठशाला चलाएगा। गांवों में न केवल साक्षारता बढ़ाई जाएगी बल्कि महिलाओं को समूह से जोड़कर परिवार की आर्थिक समृद्धि का पाठ भी पढ़ाया जाएगा।
लखनऊ [जितेंद्र उपाध्याय]। विकास के इस युग में जब तकनीक के बल पर सबकुछ करने की कवायद चल रही है तो ऐसे में ज्ञान का उपयोग समाज को आगे बढ़ाने में किया जाए तो विकास की एक नई परिभाषा तैयार हो सकती है। उन्नत भारत अभियान को मूर्त रूप देकर आम लोगों को इसकी जानकारी देकर उनके जीवन में समृद्धि की सोच को मूर्त रूप देने की कवायद बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि करने जा रहा है।
शोध को लेकर विश्व स्तर पर पहचान बनाने वाला बाबा साहब भीमराव अंबेडकर केंद्रीय विवि राजधानी के पांच गांवों को गोद लेकर समृद्धि की पाठशाला चलाएगा। गांवों में न केवल साक्षारता बढ़ाई जाएगी बल्कि महिलाओं को समूह से जोड़कर परिवार की आर्थिक समृद्धि का पाठ भी पढ़ाया जाएगा।
गावों का हो गया चयन
उन्नत भारत अभियान के तहत पांच गावों का चयन हो गया है। दादूपुर, औरावां, रामचौरा, चकोली और मीरानपुर पिनवट गांवों में अभियान चलाया जाएगा। नोडल अधिकारी प्रो. नवीन कुमार अरोड़ा ने बताया कि जल संसाधनों की मैपिंग के साथ ही सरकार से समन्वय स्थापित कर गांवों के विकास का खाका तैयार किया जाएगा। लैंगिक समानता, घरेलू हिंसा, महिलाओं के खिलाफ अपराध, बाल शोषण को लेकर संवेदनशीलता दिखाने के साथ ही कौशल विकास, डिजिटल साक्षरता, पर्यावरण संरक्षण, जैविक खेती, स्कूल की निरंतरता के लिए स्कूल छोड़ने की दर और परामर्श सत्र की पहचान करना व शिक्षा सुधार पर जोर दिया जाएगा।
सचिव के साथ होगा समन्वय
समृद्धि के लिए गांवों के सचिवों के साथ समन्वय बनाया जाएगा। अमित कुमार सिंह,ब्रजेश कुमार यादव के अलावा संतोष शुक्ला, अमृता रावत, सुरेंद्र सिंह चौहान, शनंदलाल, वंदना सिंह और अजय कुमार सिंहरमेश कुमार वर्मा, अनिल मौर्या और अमित कुमार सिंह जैसे लोगों को जोड़ा गया है जो गांवों के सामाजिक विकास में भागीदार बनेंगे। प्रो. शिल्पी वर्मा, डा. यूवी किरण, डा.मनोज डडवाल, डा.रचना गंगवार समेत विवि के शिक्षक योजना को मूर्त रूप देंगे।