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सपा नेता अमनमणि को लखनऊ जेल में बंदियों ने पीटा

लंबे समय से व्यापारी को हत्या की धमकी देने के बाद से फरार चल रहे समाजवादी पार्टी के नेता अमनमणि त्रिपाठी को दुर्घटना में पत्नी की मौत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आज बीमारी का बहाना बनाकर अस्तपाल में भर्ती होने का प्रयास भी किया लेकिन अदालत ने अमनमणि

By Nawal MishraEdited By: Published: Fri, 10 Jul 2015 08:51 PM (IST)Updated: Fri, 10 Jul 2015 08:54 PM (IST)
सपा नेता अमनमणि को लखनऊ जेल में बंदियों ने पीटा

लखनऊ। लंबे समय से व्यापारी को हत्या की धमकी देने के बाद से फरार चल रहे समाजवादी पार्टी के नेता अमनमणि त्रिपाठी को दुर्घटना में पत्नी की मौत के बाद गिरफ्तार कर लिया गया। आज बीमारी का बहाना बनाकर अस्तपाल में भर्ती होने का प्रयास भी किया लेकिन अदालत ने अमनमणि को जेल भेज दिया। जेल में बंदियों ने उनकी जमकर पिटाई की।

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लखनऊ के सिविल अस्पताल में मीडिया कर्मियों से मारपीट करने के बाद अमनमणि ने जिला जेल लखनऊ में भी गुंडई दिखाई लेकिन गुंडई दिखाना अमनमणि को भारी पड़ गया। वहां पर बंदियों ने अमनमणि की जमकर पिटाई कर दी। इसके बाद सपा नेता को तन्हाई बैरक में बंद कर दिया गया। तन्हाई बैरक के बाहर भी पहरा लगा दिया गया है।

अमनमणि को पुलिस ने भेजा जेल

गोरखपुर निवासी ठेकेदार के अपहरण व रंगदारी मांगने के मामले में आरोपी पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी के बेटे अमनमणि को पुलिस ने आज कड़ी सुरक्षा में लखनऊ के अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट इंद्रप्रकाश की कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा में 24 जुलाई तक के लिए जेल भेज दिया गया। ध्यान रहे, फिरोजाबाद में गुरुवार को एक सड़क हादसे में अमनमणि की पत्नी सारा की मृत्यु हो गई थी। कार अमनमणि चला रहा था। लखनऊ पुलिस की सूचना पर गौतमपल्ली थाने में अपहरण, रंगदारी व मारपीट सहित अन्य धाराओं में दर्ज मुकदमे में वांछित चल रहे अमनमणि को फिरोजाबाद पुलिस ने हिरासत में ले लिया था।

काफी देर तक बीमारी का नाटक

फिरोजाबाद पुलिस सुबह आरोपी अमनमणि को लेकर लखनऊ के गौतमपल्ली थाने पहुंची। जहां लिखापढ़ी के बाद पुलिस अमनमणि को सुबह करीब 7:45 बजे मेडिकल परीक्षण कराने के लिए सिविल अस्पताल लाई। अस्पताल में अमनमणि के रिश्तेदार व करीबी भी पहुंच गए थे। डॉ.निरुपम अवस्थी ने अमनमणि का मेडिकल परीक्षण किया। इस दौरान अमनमणि ने उसके सीने व कंधे में तेज दर्द होने की शिकायत की और वह बार-बार गश खाकर गिरने लगा। सीओ हजरतगंज अशोक कुमार वर्मा के मुताबिक डॉक्टरों ने अमनमणि को आइसीयू में ले जाकर ईसीजी किया, जिसकी रिपोर्ट नार्मल आई।

पुलिस और मीडिया से बदसलूसी

अमनमणि को डॉक्टरों द्वारा स्वस्थ्य घोषित किए जाने पर समर्थकों ने हंगामा शुरू कर दिया। इस दौरान तस्वीरें खींचे जाने पर अमनमणि व उसके साथी मीडियाकर्मियों से भिड़ गए। उनकी पुलिसकर्मियों से कहासुनी व धक्कामुक्की हुई। करीब दो घंटे तक हंगामे के बाद पुलिस अमनमणि को जीप में बिठाकर कोर्ट ले गई। वहीं हजरतगंज पुलिस ने हंगामा करने के आरोप में अमनमणि के दो समर्थकों को हिरासत में ले लिया।

अमनमणि पर एक और मुकदमा

सिविल अस्पताल में हंगामे के दौरान अमनमणि व उसके साथियों ने एक इलेक्ट्रानिक चैनल के पत्रकार से बदसलूकी करने के दौरान उनका कैमरा क्षतिग्रस्त कर दिया। विरोध पर हाथापाई की। इस मामले में पत्रकार पीयूष त्रिपाठी की ओर से हजरतगंज में अमनमणि व उसके साथियों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है।

अंतिम संस्कार में नहीं जा सके

अदालत में आरोपी अमनमणि के वकील की ओर से उसकी जमानत अर्जी दाखिल की गई। कोर्ट ने मामले की गंभीरता को देखते जमानत अर्जी खारिज कर दी। अदालत ने आरोपी की उस अर्जी को भी खारिज कर दिया, जिसमें उसे पुलिस अभिरक्षा में अपनी पत्नी सारा त्रिपाठी के अंतिम संस्कार में शामिल होने की अनुमति मांगी गई थी।

भाई ने दी मुखाग्नि

गोमतीनगर निवासी घरवाले आज सारा त्रिपाठी के पार्थिव शरीर को लेकर बैकुंठधाम पहुंचे, जहां कड़ी सुरक्षा के बीच अंतिम संस्कार हुआ। सारा के भाई सिद्धार्थ ने शव को मुखाग्नि दी। इस मौके पर सारा की मां सीमा सिंह, बहन, नीति, भाई हर्ष उर्फ मानू, रिश्तेदार गृह सचिव एसके रघुवंशी व अन्य परिवारीजन भी थे। इस मौके पर सिद्धार्थ व अन्य घरवालों ने कुछ भी बोलने से इन्कार कर दिया। हालांकि मां सीमा सिंह ने यह जरूर कहा कि उनकी बेटी अब इस दुनिया में नहीं है। पुलिस को जांच जरूर करनी चाहिए। सारा के पिता अशोक सिंह का स्वर्गवास हो चुका है।

बिलखती रही मां

सारा की मां सीमा सिंह अपने हाथों में लाडली सारा के रुमाल समेटे बैठी थीं। उनकी आंख से आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे थे। एक रिश्तेदार महिला ने आगे बढ़कर सीमा से हाथों में बेटी के रुमाल को उसकी चिता में डालने को कहा लेकिन सीमा ने इन्कार कर दिया। वह हाथों में रुमाल समेटे बेटी की चिता को निहार रहीं थीं।


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