जेवर खो गए तो बेटे ने किया ऐसा काम कि घर वाले हो गए परेशान
विकासनगर थाने में घरवालों ने दर्ज कराई थी अपहरण की रिपोर्ट। नासिक के एक होटल में कर रहा था काम, सात अगस्त से था लापता।
लखनऊ, जेएनएन। विकासनगर से सात अगस्त को लापता अमन श्रीवास्तव उर्फ कपिल को एसटीएफ ने नासिक में पकड़ा है। अमन जेवर खो जाने के बाद परेशान होकर मुंबई भाग गया था। पीडि़त परिवार ने विकास नगर थाने में अमन के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। डीजीपी ओपी सिंह ने एसटीएफ को छानबीन के लिए लगाया था। इसके बाद एसटीएफ ने नासिक से अमन को पकड़ लिया और उसके परिवारीजन के हवाले कर दिया।
गौरतलब है कि सेक्टर एल 5/42 अलीगंज निवासी नीरू बाला का बेटा अमन सात अगस्त को लाटूश रोड स्थित ओरिएंटल बैंक ऑफ कामर्स कुछ जेवर लेने गया था। इस दौरान वह लापता हो गया था। उसकी स्कूटी बाराबंकी में मिली थी। एसएसपी एसटीएफ अभिषेक सिंह के मुताबिक छानबीन में पता चला कि अमन अपने मित्र अरुण कुमार रावत से मिलने के लिए बाराबंकी गया था। वहां से वह महादेवा रामनगर से सूरतगंज पहुंच गया और अपना सिम निकाल कर फेंक दिया था। पड़ताल के दौरान एसटीएफ को जानकारी मिली कि अमन मुंबई में है, जिसके बाद उसे नासिक के ओझर कस्बे से बरामद कर लिया गया।
किसी ने डिग्गी से निकाल लिए थे जेवर
पूछताछ में अमन ने बताया कि बैंक से सोने के दो नेकलेस लेने के बाद उसने जेवर स्कूटर की डिग्गी में रखा था। कैसरबाग में वह गाड़ी खड़ी कर पान मसाला लेने लगा और वापस लौटा तो डिग्गी से नेकलेस गायब था। इससे वह घबरा गया कि घरवालों को अब क्या जवाब देगा? परेशान होकर अमन ने एटीएम से 30 हजार रुपये निकाले और अरुण के पास पहुंचा। वहां दोनों ने शराब पी। इसके बाद वह आलमबाग से बस पकड़ कर कानपुर होते हुए दिल्ली पहुंचा और फिर वहां से शिरडी दर्शन के लिए चला गया। दर्शन के बाद वापसी में गणेश नाम के एक कुक से उसकी मुलाकात हुई। बातचीत के दौरान गणेश ने उसे नासिक के साई श्रद्धा कोकनगांव स्थित होटल में काम दिला दिया, जहां उसे 7500 रुपये प्रति माह मिलते थे। एसटीएफ अमन के भाई को साथ लेकर नासिक गई थी।