Fight Against CoronaVirus: कोरोना से जंग में अग्रिम मोर्चे पर AKTU
Fight Against CoronaVirus सीएम रिलीफ फंड में दिए 21 लाख रुपये टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल कर ईजाद किया वेंटीलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर।
लखनऊ, जेएनएन। Fight Against CoronaVirus: कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) भी दो-दो हाथ करने में जुटा है। इस लड़ाई में एक कदम और आगे बढ़ते हुए सोमवार को एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात की और चीफ मिनिस्टर रिलीफ फंड में 21 लाख रुपये का चेक भेंट किया। उन्होंने मुख्यमंत्री को विश्वविद्यालय की ओर से कोरोना के खिलाफ जारी लड़ाई में हर संभव योगदान देने का भरोसा दिया। इससे पहले कोरोना से जंग में एकेटीयू ने वेंटीलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर ईजाद कर चुका है। इससे एक वेंटीलेटर पर चार जिंदगी को बचाने का रास्ता खुला है।
बहुत ही अहम है यह आविष्कार
कोरोना के खिलाफ चल रही लड़ाई में डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) ने एसजीपीजीआइ के साथ मिलकर चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ा आविष्कार कर इतिहास रचने का काम किया। दोनों संस्थानों ने एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक की अगुवाई में वेंटीलेटर को और विकसित करते हुए बहुउपयोगी बनाने में सफलता हासिल की। इसके तहत एक वेंटीलेटर से चार जिंदगी बचाने की दिशा में बड़ा शोध कर दिखाया। इसे मल्टी चैनल वेंटीलेटर (वेंटीलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर) नाम दिया गया है। इससे एक ही वेंटीलेटर से चार मरीजों को वेंटिलेटर की सुविधा मुहैया कराई जा सकेगी। इंफेक्शन की समस्या से निपटने के लिए इसमें बैक्टीरियल इंफेक्शन फिल्टर इस्तेमाल किया जाएगा। एकेटीयू की इस कामयाबी से देशभर के सभी चिकित्सा संस्थानों में मौजूद वेंटीलेटर सुविधा 4 गुना होने का सहज रास्ता भी खुल गया है। जिसे कोरोना से उपजे हालात से निपटने में भी काफी कारगर माना जा रहा है। कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक ने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण की आपात स्थिति से निपटने के लिए वेंटीलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर और थ्रीडी प्रिंटेड फेस सील्ड (फेस मास्क) तैयार किया गया है। उन्होंने कहा मौजूदा आपात स्थिति से निपटने के लिए वेंटीलेटर की बड़े पैमाने पर जरूरत की संभावना के चलते यह प्रयास काफी कारगर साबित होगा। विवि परिसर स्थित थ्रीडी प्रिंटिंग लैब में बड़े स्तर पर वेंटिलेटर स्प्लिटर एडॉप्टर एवं थ्री डी प्रिंटेड फेस सील्ड का उत्पादन किया जा सकता है, ताकि इसके माध्यम से डॉक्टर एवं पैरामेडिकल स्टाफ को सुरक्षित किया जा सके।
पेंशन से कर रहे हैं जरूरतमंदों की मदद
पुलिस विभाग से सेवानिवृत्त डिप्टी एसपी गोमतीनगर निवासी डीके धवन लॉकडाउन में अपनी पेंशन की धनराशि से जरूरतमंदों को लंच पैकेट, दवाओं समेत अन्य राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। रोज सुबह अपनी गाड़ी से एक दिन लंच पैकेट और दूसरे दिन राशन जरूरतमंदों तक पहुंचा रहे हैं। असहाय लोगों तक जरूरी दवाएं भी पहुंचा रहे हैं। यहां तक मुहल्ले के लोगों को साग-सब्जी भी पहुंचा रहे हैं। पिछले 20 दिनों से उनका यही रूटीन है। पहले खुद अपनी देखरेख में लंच पैकेट तैयार करवाते हैं, फिर उन्हें लेकर जरूरतमंदों की ओर निकल पड़ते हैं। रोजाना 200 से अधिक लंच पैकेट बांटकर उन लोगों को राहत पहुंचा रहे हैं जिन्हें एक वक्त खाना नसीब नहीं हो रहा।