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UP Politics: यूं ही नहीं है आजम का मुद्दा उठाना और फिर लालजी वर्मा का हाथ थामना, अखिलेश ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को दिया संदेश

UP Politics समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने विधायकों के साथ शुक्रवार को विधानसभा से पार्टी मुख्यालय तक पैदल मार्च किया। पैदल मार्च के दौरान अखिलेश अंबेडकरनगर की कटेहरी के विधायक लालजी वर्मा का हाथ थामे आगे बढ़ते दिखाई दिए।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Sat, 24 Sep 2022 12:17 AM (IST)Updated: Sat, 24 Sep 2022 12:17 AM (IST)
UP Politics: यूं ही नहीं है आजम का मुद्दा उठाना और फिर लालजी वर्मा का हाथ थामना, अखिलेश ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को दिया संदेश
UP Politics: अखिलेश ने सपा विधायकों के साथ पार्टी कार्यालय तक किया पैदल मार्च।

UP News: लखनऊ, जेएनएन। महंगाई, बेरोजगारी, कानून व्यवस्था, स्वास्थ्य, महिला उत्पीड़न व किसानों की समस्याओं को लेकर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने विधायकों के साथ शुक्रवार को विधानसभा से पार्टी मुख्यालय तक पैदल मार्च किया। अखिलेश ने राज्यपाल के यहां आजम खां का मुद्दा उठाकर उन लोगों का मुंह बंद करने की कोशिश की जो यह कहते थे कि आजम खां नाराज चल रहे हैं और सपा से मुस्लिम वोट बैंक छिटक सकता है।

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इसके साथ ही सड़क पर पैदल मार्च कर अखिलेश ने अपने विरोधियों के उन आरोपों की काट की है जिसमें यह कहा जा रहा था कि सपा अध्यक्ष एसी कमरों से बाहर नहीं निकलते हैं। इस पैदल मार्च के दौरान अखिलेश अंबेडकरनगर की कटेहरी के विधायक लालजी वर्मा का हाथ थामे आगे बढ़ते दिखाई दिए। लालजी कभी बहुजन समाज पार्टी मायावती के बेहद खास हुआ करते थे। उनका हाथ थामकर अखिलेश यादव ने अपने राजनीतिक प्रतिद्वंद्वी को संदेश दिया है।

अखिलेश यादव ने अपने विधायकों के साथ आमजन से जुड़े मुद्दों को लेकर विधानमंडल सत्र के पहले दिन 19 सितंबर को पार्टी मुख्यालय से विधानभवन तक पैदल मार्च का कार्यक्रम बनाया था। पुलिस ने हंगामे की आशंका के कारण इन्हें पैदल मार्च करने से रोक दिया था। सत्र के अंतिम दिन शुक्रवार को अखिलेश ने अपने विधायकों के साथ पहले सदन का बहिर्गमन किया और फिर प्रदेश मुख्यालय पैदल जाने का निर्णय लिया। इस दौरान विधायक हाथों में तख्तियां लिए हुए थे। अचानक पैदल मार्च के इस कार्यक्रम से पुलिस के भी हाथ-पांव फूल गए।

मार्च के दौरान सपा अध्यक्ष ने योगी सरकार की आर्थिक नीतियों पर हमला बोला। कहा कि प्रदेश को वन ट्रिलियन डालर की अर्थव्यवस्था के सपने दिखाए गए। लेकिन, इस पर क्या हुआ, सदन में सरकार कुछ नहीं बोल रही है। अखिलेश ने कहा कि सदन को अधिक चलना चाहिए। लेकिन, इसे चार दिनों में स्थगित कर दिया गया। हम हर विभाग के बजट के बारे में जानना चाहते हैं। उस विभाग ने काम क्या किया? इस पर सदन में चर्चा होनी चाहिए।

सपा अध्यक्ष अखिलेश ने शुक्रवार सुबह अपने 12 विधायकों के प्रतिनिधिमंडल के साथ राज्यपाल आनंदीबेन पटेल से मुलाकात कर रामपुर के विधायक आजम खां पर हो रहे उत्पीड़न का मामला उठाया। सपा अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी के वरिष्ठ नेता को हर दिन एक नए मामले में फंसाया जा रहा है। उन्हें जेल में डालने की कोशिश हो रही है।

अखिलेश ने राज्यपाल को ज्ञापन सौंपकर आजम खां का उत्पीड़न रोकने की मांग की। अखिलेश राजभवन में करीब छह मिनट तक रहे। मुलाकात के बाद बाहर आए सपा अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा सरकार आजम खां और उनके परिवार पर झूठे मुकदमे कर रही है। वो अभी बीमार हैं। हमने राज्यपाल से निवेदन किया है कि वे सरकार को निर्देशित करें कि आजम खां के साथ अन्याय न हो।


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