बदले की भावना से भाजपा सरकार बिगाड़ रही आजम की छवि : अखिलेश
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि बदले की भावना से भाजपा सरकार आजम खां की छवि बिगाडऩा चाहती है। जल निगम भर्तियों से उनका लेना-देना नहीं है।
लखनऊ (जेएनएन)। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपनी पार्टी के वरिष्ठ नेता आजम खां का बचाव किया है। उन्होंने कहा कि बदले की भावना से भाजपा सरकार आजम खां की छवि बिगाडऩा चाहती है। जल निगम की भर्तियों से उनका कोई लेना-देना नहीं है। अखिलेश ने कहा कि स्वच्छ, ईमानदार और धर्मनिरपेक्ष छवि के वरिष्ठ समाजवादी नेता मो. आजम खां शुरू से ही भाजपा के निशाने पर हैैं। जल निगम की भर्तियों के बहाने उनकी छवि बिगाडऩे की साजिशें हो रही हैं। भाजपा का आचरण लोकतांत्रिक और राजनीतिक मूल्यों की गिरावट का उदाहरण है।
भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल
सपा अध्यक्ष ने एक बयान जारी कर कहा है कि भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल साबित हुई है। समाज का हर वर्ग असंतुष्ट है। भाजपा सरकार नौकरी तो दे नहीं सकती, नौजवानों को बेरोजगार बनाने में आगे है। समाजवादी सरकार के समय की भर्तियों पर रोक लगाकर भाजपा ने विद्वेषपूर्ण मानसिकता का ही परिचय दिया है। अब विपक्ष के नेताओं को चुन-चुनकर अपमानित करने का काम किया जा रहा है। अखिलेश ने कहा कि विपक्षी नेताओं पर झूठे इल्जाम लगाने वाली भाजपा को खुद अपने कारनामे देखने चाहिए। राज्य मंत्रिमंडल के दो मंत्री खुलेआम भाजपा सरकार में भ्रष्टाचार बढऩे की बात कर रहे हैं। जनता की निगाहों में अब भाजपा सरकार की साख गिर चुकी है।
जनता का माल अपना की नीति पर भाजपा
गाजियाबाद में एलिवेटेड रोड के उद्घाटन पर अखिलेश यादव ने जहां-राम-राम जपना पराया माल अपना ट्वीट कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पर निशाना साधा तो भाजपा ने भी कुछ ही देर बाद पलटवार किया। अखिलेश पहले भी कहते रहे हैैं कि योगी सरकार उनके कार्यकाल के कार्यों का श्रेय ले रही है। एलिवेटेड रोड के लिए भी उन्होंने भाजपा सरकार पर यही आरोप मढ़े। भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डा. चंद्रमोहन ने इस पर पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जनता के पैसे से बनने वाले प्रोजेक्ट को त्वरित गति से पूरा कराकर जनता को सौंपने की भाजपा सरकार की नीति पिछली सपा सरकार के मुखिया रहे अखिलेश यादव को हजम नहीं हो रही है। यादव जनता के धन से चलने वाली योजनाओं को बार-बार अपने परिवार की समझ रहे हैं। पिछली सपा सरकार के मुखिया रहे यादव ने अपने कार्यकाल के दौरान केवल भ्रष्टाचार का नाम जपना, जनता का माल अपना की नीति को बखूबी लागू किया।