सपा का घोषणापत्र पत्र जारी होने के समय बहुत कुछ बदला बदला
सब कुछ तो लगभग वैसा ही था लेकिन घोषणा पत्र जारी करने के लिए समाजवादी पार्टी के मंच पर मुलायम सिंह यादव और शिवपाल नहीं थे।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश विधानसभा-2017 का चुनावी घोषणा पत्र जारी करते समय आज वही मैदान, वही कार्यकर्ता और बहुत कुछ पहले जैसा था लेकिन समय करवट ले चुका था। सुरक्षा पहले से ज्यादा कड़ी रही। घोषणा पत्र जारी करने के लिए समाजवादी पार्टी के मंच पर मुलायम सिंह यादव और शिवपाल नहीं थे। हालांकि घोषणा पत्र जारी करते समय अखिलेश यादव ने कई बार मुलायम सिंह यादव का नाम लिया। हालांकि मुलायम कार्यक्रम खत्म होने के आधा घंटा बाद मौके पर पहुंचे।
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पांच नवम्बर 1992 को स्थापित सपा में अब तक मुलायम ही घोषणापत्र जारी करते रहे है। मगर 17वीं विधानसभा चुनाव का घोषणापत्र जारी करने के लिए वह मौजूद नहीं थे। मंत्री आजम खां सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ मंच तक आये। कुछ देर बाद बताया गया कि आजम नेताजी को लेने गये है। मगर करीब दो घंटे तक चले कार्यक्रम के दौरान वह नहीं लौटे। मुलायम सिंह की गैरमौजूदगी चर्चा का विषय रही। माना जा रहा है कि हाल ही में सपा में हुए संग्राम के चलते वजह घोषणापत्र जारी होने के समय नहीं आये।हालांकि कार्यक्रम में मौजूद लोग नारेबाजी में पीछे नहीं थे, मगर उनके चेहरों पर बेचैनी भी थी। घोषणा पत्र जारी करते समय सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ उनकी पत्नी व सांसद डिंपल यादव, पंचायती राज मंत्री रामगोविन्द चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम पटेल, मंत्री अरविंद सिंह गोप, मंत्री बलवंत रामूवालिया, कवि उदय प्रताप यादव, मंत्री राजेन्द्र चौधरी भी मौजूद थे।
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घोषणा पत्र जारी होने के बाद पहुंचे मुलायम
समाजवादी पार्टी (सपा) का चुनाव घोषणापत्र जारी होने व कार्यक्रम खत्म होने के आधा घंटे बाद संरक्षक मुलायम सिंह यादव ने सपा दफ्तर पहुंचकर लोगों को चौंका दिया। उनके साथ आजम खां थे। मुलायम के पार्टी दफ्तर पहुंचने की जानकारी मिलते जनेश्वर मिश्र को श्रद्धांजलि अर्पित करने जनेश्वर पार्क के लिए निकले अखिलेश यादव पलटकर कार्यालय पहुंचे। उनके साथ सांसद डिंपल यादव थी। मुलायम ने सपा का घोषणा पत्र मंगाकर पढ़ा। अखिलेश, आजम से उस पर बात की। सूत्रों का कहना है कि मुलायम ने कुछ बिंदु और बढ़ाने की बात कही है। जिसको बढ़ाने का भरोसा दिलाया गया है। तकरीबन एक घंटे तक पार्टी कार्यालय में रहने के बाद मुलायम वापस विक्रमादित्य मार्ग स्थित घर चले गये। यह चर्चा जरूर रही कि अगर मुलायम को आना था तो घोषणा पत्र का कार्यक्रम थोड़ा आगे बढ़ाया जा सकता था।
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मुलायम की मान मनौव्वल
कार्यक्रम के दौरान अखिलेश यादव ने मुलायम से फोन पर आने का आग्रह किया। इसके बाद आजम खां को मुलायम आवास रवाना किया है। पिछले करीब 20 मिनट से आजम खान मुलायम सिंह को कार्यक्रम में पहुंचने के लिए मान-मनौव्वल कर रहे हैं। जसवंत नगर से प्रत्याशी बनाए गए कद्दावर नेता शिवपाल सिंह यादव भी उपस्थित नहीं हुए हैं। पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव तो पार्टी कार्यालय नहीं आए। उनको मनाने के लिए मंत्री आजम खां उनके घर पर गए हैं। आजम खां आज सीएम अखिलेश के साथ पार्टी कार्यालय पहुंचे थे। अंबिका चौधरी जैसे पुराने साथी के पार्टी को छोड़कर बहुजन समाज पार्टी में शामिल होने के कारण मुलायम सिंह यादव कल से काफी व्यथित थे। इसी कारण से वह अखिलेश यादव के फोन करने के बाद भी पार्टी कार्यालय नहीं पहुंचे।
देखें तस्वीरें : अखिलेश ने जारी किया समाजवादी पार्टी का घोषणा पत्र
शिवपाल पोस्टर से गायब तो मंच साझा नहीं कर रहे मुलायम
समाजवादी पार्टी के घोषणा पत्र जारी करने के समारोह से पार्टी के सरंक्षक मुलायम सिंह यादव ने किनारा कर लिया है। वह कार्यक्रम में नहीं पहुंचे हैं। इसके साथ ही घोषणा पत्र के कार्यक्रम के लिए लगे बैक ड्राप तथा पोस्टर व होर्डिंग से वरिष्ठ नेता शिवपाल सिंह यादव का नाम तथा फोटो भी गायब है। मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मंच से ही पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को फोन मिलाकर उनको बुलाया है।
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रामगोविंद व रामूवालिया ने किया संबोधित
घोषणा पत्र जारी होने के कार्यक्रम से पहले मंत्री राम गोविंद चौधरी तथा बलवंत सिंह रामूवालिया ने पार्टी के कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। इस अवसर पर रामूवालिया मंच पर बैठे पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव की मम्मी को याद करके भावुक हुए। इसके साथ ही उदयवीर सिंह तथा पार्टी के उपाध्यक्ष किरनमय नंदा ने भी वहां मौजूद लोगों को संबोधित किया।