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छोटी-छोटी आदतें बदलकर आप भी कम कर सकते वायु प्रदूषण

वायु प्रदूषण कम करने के लिए सरकार ही नहीं इसके लिए हमें भी सुधरना होगा। छोटी-छोटी आदतें बदलकर हम वायु प्रदूषण कम करने में सहयोग दे सकते हैं।

By Nawal MishraEdited By: Published: Thu, 15 Feb 2018 08:09 PM (IST)Updated: Fri, 16 Feb 2018 12:01 AM (IST)
छोटी-छोटी आदतें बदलकर आप भी कम कर सकते वायु प्रदूषण
छोटी-छोटी आदतें बदलकर आप भी कम कर सकते वायु प्रदूषण

लखनऊ (जेएनएन)। वायु प्रदूषण कम करने के लिए केवल सरकार के ही प्रयास काफी नहीं हैं। इसके लिए हमें भी सुधरना होगा। अपनी छोटी-छोटी आदतें बदलकर हम वायु प्रदूषण को कम करने में सहयोग दे सकते हैं। यदि अभी से वायु प्रदूषण कम करने के प्रयास नहीं किये गए तो आने वाले समय में इसके बेहद गंभीर परिणाम भुगतने होंगे। हमारे समाज में अधिकतर लोग वायु प्रदूषण के लिए स्वयं को नहीं बल्कि दूसरों को खासकर सरकार को जिम्मेदार ठहराते हैं लेकिन, हम यह बात भूल जाते हैं कि वायु प्रदूषण बढ़ाने में हमारा भी योगदान कुछ कम नहीं है। हम चाहें तो छोटी छोटी बातों का ध्यान रख कर अपने देश को इस जान लेवा वायु प्रदूषण से बचा सकते हैं।

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यूं तो वायु प्रदूषण के लिए लकड़ी के रूप में इस्तेमाल होने वाला घरेलू ईंधन, कूड़ा-कचरा जलाया जाना, औद्योगिक इकाइयां, डीजल वाहन, थर्मल पावर प्लांट, भवन निर्माण आदि प्रमुख रूप से जिम्मेदार हैं। इन सभी में हम अपना थोड़ा-थोड़ा योगदान देकर वायु प्रदूषण को कम कर सकते हैं। यदि हम अकेले आ-जा रहे हैं तो अपने बड़े वाहन के बजाय सार्वजनिक वाहन का इस्तेमाल कर सकते हैं। सौर ऊर्जा भी पर्यावरण संरक्षण का बहुत अच्छा साधन है। सौर ऊर्जा का उपयोग कर हम थर्मल पावर से बनने वाली बिजली का प्रयोग कम कर सकते हैं। गांव में लकड़ी के चूल्हे पर खाना बनाने के बजाय गैस का इस्तेमाल किया जाए। 

इन उपायों से कम होगा प्रदूषण

  • पेट्रोल व डीजल गाडिय़ों की नियमित प्रदूषण जांच करवाएं।
  • बाहर से घर आने पर मुंह, हाथ, पैर साफ पानी से जरूर धोएं। 
  • घर के आस पास कूड़े-कचरे को न जलाएं।
  • घर में बुजुर्गों, बच्चों व गर्भवती महिलाओं के लिए एयर फिल्टर लगाएं
  • घर के आस-पास ज्यादा से ज्यादा पेड़ पौधे लग

ये पौधे देते सबसे ज्यादा ऑक्सीजन

  • एरेका पाम एक ऐसा पौधा है जो कार्बन डाई ऑक्साइड को ऑक्सीजन में बदल देता है। हवा को फिल्टर कर उसे शुद्ध बनाने में ये पौधा सहायक है।
  • मनी प्लांट एक ऐसी बेल है जो वायु में मौजूद कार्बन डाई ऑक्साइड को ग्रहण कर ऑक्सीजन बाहर निकालती है। 
  • एलोवेरा में कई सारे औषधीय गुण होते हैं। इस पौधे को उगने के लिए पानी की जरूरत भी कम होती है। यह हवा को शुद्ध रखता है।
  • स्नेक प्लांट को हिंदी में नाग पौधा कहा जाता है। इस पौधे को बढऩे के लिए बहुत कम धूप की जरूरत होती है। 
  • पाइन प्लांट भी घर की हवा शुद्ध बनाने में सहायक होता है। इसे बहुत ज्यादा देखभाल की जरूरत नहीं होती है। 
  • पीस लिली घरों में प्रयोग होने वाला एक आम पौधा है, जो हर तरह की हानिकारक गैसों को खत्म करता है। 
  • इंग्लिश आइवरी भी कम रोशनी वाली जगह में हो जाता है। यह पौधा  भी वातावरण में मौजूद सभी जहरीली गैसों को खत्म कर शुद्ध हवा देता है। 

थर्मल पावर प्लांट की तकनीक पड़ेगी बदलनी

शोध में पाया गया है कि सबसे अधिक वायु प्रदूषण थर्मल पावर प्लांट के कारण हो रहा है। ऐसे में इन प्लांट को तकनीक में बदलाव करना होगा। सरकार को सोलर पावर का अधिक से अधिक उपयोग के लिए बढ़ावा देना होगा।

लग्जरी गाडिय़ों के लिए खत्म हो डीजल सब्सिडी

सरकार को लग्जरी गाडिय़ों के लिए डीजल सब्सिडी खत्म कर देनी चाहिए। यह सब्सिडी किसानों व गरीबों को ही मिलनी चाहिए। लाखों रुपये की एसयूवी लेने वालों को सस्ता डीजल नहीं मिलना चाहिए। यह वाहन वायु प्रदूषण तेजी से बढ़ा रहे हैं। 

सोलर पैनल ऑटो रिक्शा को सहायता

इंडिया इनोवेशन लैब भी वायु प्रदूषण कम करने के लिए अपना सहयोग देने जा रहा है। यह घरों में सोलर पैनल व इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा के लिए वित्तीय सहायता देगा। यह संगठन सरकारी प्रतिनिधियों व बिजनेस कंपनियों का समूह है। इंडिया इनोवेशन लैब फॉर क्लाइमेट फाइनेंस का उद्देश्य भारत के हरित विकास लक्ष्यों को प्राप्त करना है। इसमें केंद्र सरकार के कई मंत्रालय के साथ ही भारतीय अक्षय ऊर्जा विकास एजेंसी, एशियन डवलपमेंट बैंक, एचएसबीसी, यश बैंक, विश्व बैंक सहित कई अन्य के प्रतिनिधि शामिल हैं।


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