इस मौसम में किसान करें अरहर-तिल-मक्का की बाेेआई, होगी अच्छी पैदावार; गोंडा के कृषि वैज्ञानिक ने खेती-किसानी के लिए दिए जरूरी टिप्स
यूपी में मानसून ने दस्तक दे दी है। कृषि वैज्ञानिक डा. उपेंद्र नाथ सिंह का मानना है कि इस वर्ष मौसम लगभग सामान्य रहने की संभावना है। ऐसे में किसानों को खेती किसानी को लेकर काम शुरू कर देना चाहिए ताकि अच्छी पैदावार हो सके।
गोंडा, जागरण संवाददाता। यूपी में मानसून ने दस्तक दे दी है। बरसात का मौसम शुरू हो गया है और छिटपुट बरसात भी पूरे उत्तर प्रदेश में हो रही है। कृषि वैज्ञानिक डा. उपेंद्र नाथ सिंह का मानना है कि इस वर्ष मौसम लगभग सामान्य रहने की संभावना है। ऐसे में किसानों को खेती किसानी को लेकर काम शुरू कर देना चाहिए ताकि अच्छी पैदावार हो सके।
इसके अलावा कृषि वैज्ञानिक डा. उपेंद्र नाथ सिंह ने कहा कि किसान अपने खेतों की अच्छी प्रकार से मेड़बंदी कर सकते हैं, जिससे कि जल प्रबंधन किया जा सके। अभी तक जो किसान धान की नर्सरी नहीं डाले डाल पाए थे, तत्काल उसमें नर्सरी डाल सकते हैं। जहां सुविधा हो वहां किसान धान की बुवाई सीधे-सीधे मशीन से कर सकते हैं, इसमें नर्सरी डालने की आवश्यकता नहीं होती है। जिन किसानों की धान की नर्सरी तैयार हो वह उसकी रोपाई भी कर सकते हैं।
कृषि वैज्ञानिक ने बताया कि अरहर, तिल तथा मक्का की बाेआई का उचित समय चल रहा है। ऐसे में किसान खेत तैयार करके बोआई कर सकते हैं। खेतों में कार्बनिक तत्वों की कमी लगातार होती जा रही है, ऐसे में किसान ढैचा की बोआई तत्काल कर सकते हैं, जिससे कि खेत में हरी खाद तैयार की जा सके।
इनके लिए भी उपयुक्त समय : बागवानी की दृष्टि से भी यह काफी उचित मौसम माना जाता है। इसमें आम, अमरूद, आंवला, कटहल, लीची के साथ साथ सागौन व सहजन, पपीता आदि पौधों का उचित दूरी पर रोपण भी कर सकते हैं। इससे उनकी आय में भी बढ़ोतरी होगी।
इसके अतिरिक्त खरीफ में तैयार होने वाली कद्दू वर्गीय सब्जियां जैसे लौकी, तरोई, कद्दू की बोआई कर सकते हैं साथ ही साथ लोबिया, भिंडी की बोआई भी की जा सकती है। इसके अतिरिक्त मिर्च, बैगन की नर्सरी तैयार डाल सकते हैं जिसकी 40 से 45 दिन के बाद उसकी रोपाई कर सकते हैं। इनकी अच्छी पैदावार होगी।