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छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे 8 फर्जी विश्वविद्यालयों पर लगेगा ताला, इन पर होगी कार्रवाई

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग यूजीसी ने देश भर में 23 फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची तैयार की है इनमें सर्वाधिक आठ यूपी के हैं।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Thu, 18 Jul 2019 10:32 PM (IST)Updated: Fri, 19 Jul 2019 08:35 AM (IST)
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे 8 फर्जी विश्वविद्यालयों पर लगेगा ताला, इन पर होगी कार्रवाई
छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे 8 फर्जी विश्वविद्यालयों पर लगेगा ताला, इन पर होगी कार्रवाई

राज्य ब्यूरो, लखनऊ। विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे यूपी के आठ फर्जी विश्वविद्यालयों पर जल्द ताला लगेगा। इनके खिलाफ जल्द कार्रवाई शुरू होगी, इसके लिए उच्च शिक्षा विभाग ने खाका तैयार कर लिया है।

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विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने देश भर में 23 फर्जी विश्वविद्यालयों की सूची तैयार की है, इनमें सर्वाधिक आठ यूपी के हैं। जिला प्रशासन की मदद से इन पर कार्रवाई शुरू की जाएगी। निजी विश्वविद्यालयों की मनमानी पर रोक लगाने के लिए बनाए गए अंब्रेला एक्ट के बाद अब फर्जीवाड़ा कर रहे संस्थानों पर कार्रवाई शुरू होगी। यही नहीं भवन की क्षमता से कई गुना अधिक विद्यार्थियों को दाखिला देकर उन्हें फर्जी ढंग से पास कर रहे निजी उच्च शिक्षण संस्थानों की भी सूची तैयार की जा रही है। इसमें पश्चिम उत्तर प्रदेश के चार संस्थानों को चिह्नित भी कर लिया गया है। अब इन पर कार्रवाई शुरू होगी।

यूजीसी ने यूपी में जो आठ फर्जी विश्वविद्यालय सूचीबद्ध किए हैं उनमें इंद्रप्रस्थ शिक्षा परिषद इंस्टीट्यूशनल एरिया खोड़ा नोएडा, महाराणा प्रताप शिक्षा निकेतन विश्वविद्यालय प्रतापगढ़, उत्तर प्रदेश विश्वविद्यालय कोसीकलां मथुरा, नेताजी सुभाष चंद्र बोस ओपन यूनिवर्सिटी अचलताल अलीगढ़, नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ इलेक्ट्रो काम्प्लेक्स होम्योपैथी कानपुर, गांधी हिंदी विद्यापीठ प्रयागराज, महिला ग्राम विद्यापीठ विश्वविद्यालय प्रयागराज व वाराणसेय संस्कृत विश्वविद्यालय वाराणसी शामिल हैं।

फिलहाल यूपी में ये फर्जी विश्वविद्यालय हर साल विद्यार्थियों के भविष्य से खिलवाड़ कर रहे हैं। उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा ने बताया कि उच्च शिक्षा विभाग संबंधित जिलों में जहां फर्जी यूनिवर्सिटी चल रही हैं, वहां जिला प्रशासन के साथ मिलकर कार्रवाई करेगा और इन्हें बंद करवाएगा। यह प्रक्रिया जल्द शुरू होगी। वहीं निजी उच्च शिक्षण संस्थान जहां पढ़ाई के नाम पर सिर्फ खिलवाड़ हो रहा है और विद्यार्थियों को एक भी दिन कक्षा में उपस्थित न होने पर भी डिग्री बांटी जा रही है उन्हें भी सूचीबद्ध किया जा रहा है।

पश्चिम उत्तर प्रदेश में चार निजी उच्च शिक्षण संस्थानों को सूचीबद्ध किया गया है, जिनकी बिल्डिंग में सिर्फ 500 विद्यार्थियों को बैठा पाने की ही जगह है, लेकिन दाखिला आठ-आठ हजार विद्यार्थियों को दिया गया है। फिलहाल मानकों की गोपनीय पड़ताल के बाद इनकी सूची तैयार कर ली गई है। अब इन पर भी जुर्माना लगाने के साथ-साथ इन पर भी ताला लगाया जाएगा।


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