रोहतास ग्रुप के ठिकानों पर छापा, करोड़ों की कर चोरी पकड़ी
उत्तर प्रदेश और देश के कई हिस्सों में सक्रिय बिल्डर रोहतास ग्र्रुप के ठिकानों पर सेवाकर विभाग ने छापा मारकर करोड़ों रुपये की कर चोरी पकड़ी है। रात तक समूह के दफ्तर व घर सहित 18 परियोजनाओं की जांच चल रही थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश और देश के कई हिस्सों में सक्रिय बिल्डर रोहतास ग्र्रुप के ठिकानों पर सेवाकर विभाग ने छापा मारकर करोड़ों रुपये की कर चोरी पकड़ी है। रात तक समूह के दफ्तर व घर सहित 18 परियोजनाओं की जांच चल रही थी। तमाम अभिलेख जब्त किये गए हैं। बिल्डर ने कर चोरी स्वीकार कर जुर्माना स्वरूप एक करोड़ रुपये जमा भी किया है।
जानकारी के मुताबिक सेंट्रल एक्साइज इंटेलीजेंस महानिदेशालय (डीजीसीईआइ) की उत्तर प्रदेश-उत्तराखंड शाखा पिछले कई महीनों से रोहतास समूह के कामकाज की खुफिया पड़ताल कर रही थी। उत्तर प्रदेश व उत्तराखंड के प्रभारी व अपर महानिदेशक राजेंद्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार को चालीस अफसरों की छह टीमें बनाकर लखनऊ-दिल्ली सहित 18 परियोजनाओं की जांच कराई गयी। इनमें राजधानी की रोहतास गेटवे सिटी व रोहतास ओएसिस जैसी परियोजनाएं भी शामिल हैं। उपनिदेशक स्तर के एक अधिकारी को इनके पर्यवेक्षण पर लगाया गया। लखनऊ के मदन मोहन मालवीय मार्ग स्थित बिल्डर के आवासीय परिसर व कार्यालय में पड़ताल की गयी। इस दौरान करोड़ों रुपये की सेवा कर चोरी की पुष्टि हुई है। छापे के दौरान परिसर के आसपास पुलिस बल तैनात रहा और किसी को भी भीतर प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गयी।
दरअसल उक्त बिल्डर ने सेवा कर के लिए अपने प्रतिष्ठानों को दिल्ली में पंजीकृत करा रखा है और व्यवसाय उत्तर प्रदेश में भी कर रहा है। भवन निर्माताओं को कुल लागत का 75 फीसद सामग्र्री के रूप में हटा कर शेष 25 फीसद का 14 प्रतिशत सेवा कर के रूप में देना होता है। यह राशि कुल लागत की लगभग चार फीसद के आसपास होती है। पता चला कि बिल्डर उपभोक्ताओं से तो सेवाकर के मद में धन ले रहा था, किन्तु विभाग को इसका भुगतान नहीं कर रहा था। अपर महानिदेशक ने बताया कि प्रथमदृष्ट्या बड़ी चोरी की पुष्टि हुई है। छापे की कार्रवाई कल तक जारी रहेगी। उसके बाद पूरी चोरी व जुर्माने आदि का आकलन किया जाएगा।