CAA-NRC Protest: आत्मसमर्पण की फिराक में दंगा भड़काने के आरोपित, पांच-पांच हजार का इनाम घोषित
CAA-NRC Protest 19 दिसंबर 2019 को सीएए व एनआरसी के हुए विरोध की आड़ में दंगा भड़काने के आरोपितों के खिलाफ कुर्की की तैयारी। सभी आरोपितों के घर के बाहर डुगडुगी पिटवाई और नोटिस चस्पा कर दी गई है।
लखनऊ, जेएनएन। राजधानी लखनऊ में नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) व नेशनल रजिस्टर ऑफ सिटिजन (एनआरसी) विरोध की आड़ में हिंसा भड़काने के आरोपित पुलिस की सख्ती व कुर्की के आदेश के बाद कोर्ट में आत्मसमर्पण की फिराक में हैं। वहीं, पुलिस इन्हें हर हालात में गिरफ्तारी करने की तैयारी कर चुकी है। इसके लिए कोर्ट से लेकर इनके करीबियों तक पर चौबीस घंटे नजर बनाए हुए है। सभी के खिलाफ पुलिस ने पांच-पांच हजार का इनाम घोषित करने के साथ कुर्की की प्रक्रिया के तहत ठाकुरगंज पुलिस ने सोमवार को सभी के घर के बाहर डुगडुगी पिटवाई और नोटिस चस्पा कर दी।
संयुक्त पुलिस आयुक्त नवीन अरोरा के मुताबिक हिंसा भड़काने के आरोपित मोहम्मद आलम, मोहम्मद ताहिर, रिजवान, नयाब, अहसन, इरशाद, हसन व इरशाद गैंगेस्टर एक्ट में वांछित हैं। जो हिंसा के बाद से फरार हैं। गौरतलब है कि 19 दिसंबर 2019 को सीएए व एनआरसी के विरोध में विभिन्न संगठनों के लोगों ने प्रदर्शन किया था।
विरोध के आड़ में साजिश के तहत उपद्रवियों ने पुलिस पर हमला बोल दिया था। इस दौरान कई गाड़ियां जिला दी गई थी। पथराव और गोलीबारी में कई लोग घायल हो गए थे। परिवर्तन चौक पर पुलिस की गाड़ियों में आग तक लगा दी गई थी। वहीं, हुसैनाबाद पुलिस चौकी में भी उपद्रवियों ने आगजनी की थी। इस मामले में हजरतगंज, कैसरबाग, ठाकुरगंज, हसनगंज व चौक थाने में दर्जनों एफआइआर दर्ज की गई थी।
ठाकुरगंज थाने में दर्ज मामले में कुल 27 आरोपित थे। इनमें 11 को पुलिस ने गिरफ्तार किया था, जबकि एक ने आत्मसमर्पण कर दिया था। वहीं सात आरोपितों ने कोर्ट से अरेस्ट स्टे ले रखा है। ध्यान रहे, सीएए व एनआरसी के विरोध में हिंसा करने वालों की पुलिस ने चौराहों पर पोस्टर भी चस्पा की थी।