सिपाहियों को चकमा देकर अस्पताल से फरार हुआ पत्नी हत्या का आरोपी, तीन निलंबित
पत्नी की हत्या के मामले में महराजगंज तराई थाना क्षेत्र के गहिरवा हड़पुर गांव निवासी विवेक तिवारी बलरामपुर जिला कारागार में निरुद्ध था ।
लखनऊ, जेएनएन। केजीएमयू के मानसिक रोग विभाग से एक कैदी मंगलवार सुबह पुलिसकर्मियों को चकमा देकर फरार हो गया। नौ महीने पहले पत्नी को गोली से उड़ाने के बाद वह बलरामपुर जेल में बंद था। एसपी अमित कुमार ने आरक्षी अरविंद कुमार, राजीव साहू व संजय यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया है। साथ ही फरार आरोपित के बारे में सूचना देने वाले को इनाम देने की घोषणा की है।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक अमित कुमार के मुताबिक 12 अप्रैल 2018 को पत्नी रेनू तिवारी (35) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। 13 अप्रैल को आरोपित के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। 17 अप्रैल को आरोपित को विवेक को गिरफ्तार कर लिया गया। वह बलरामपुर कारागार में निरुद्ध था। 12 जनवरी 2019 को चिकित्सीय परीक्षण के लिए आरोपित को तीन आरक्षियों की निगरानी में लखनऊ के केजीएमयू भेजा गया था। 22 जनवरी मंगलवार की सुबह करीब पौने आठ बजे आरोपित टॉयलेट जाने के बहाने पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया। फरार आरोपी का कुछ पता न चलने पर पुलिसकर्मी ने वजीरगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराई।
बलरामपुर के पुलिस अधीक्षक ने बताया कि लापरवाही के चलते तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। वहीं लखनऊ में वजीरगंज पुलिस ने तीनों सिपाहियों को साथ लेकर विवेक की तलाश शुरू कर दी है। विवेक के परिवारीजनों व करीबी लोगों से तहकीकात की जा रही है। जेल में उससे मुलाकात करने वालों के बारे में छानबीन की जा रही है। जेल सूत्रों का कहना है कि विवेक का दिमागी संतुलन गड़बड़ चल रहा था।
तहकीकात में खुलासा हुआ था कि उच्चशिक्षा प्राप्त विवेक तिवारी ठेकेदारी करके पत्नी व छह बच्चों की परवरिश करता था लेकिन तीन साल पहले बेरोजगार हो गया। तंगहाली के चलते घर में कलह शुरू हुई और उसने एक बेटी को राप्ती नदी में फेंककर हत्या की कोशिश की।