रणजीत हत्याकांड : गोली मारने वालेे शूटर की पुलिस से मुठभेड़, पैर में लगी गोली-दबोचा गया
लखनऊ के पॉक इलाके में बीती दो फरवरी को हिंदू वादी नेता रणजीत बच्चन की मॉर्निंग वॉक के दौरान हत्या कर दी गई थी।
लखनऊ, जेएनएन। हिंदू वादी नेता रणजीत की हत्या करने वाले शूटर जितेंद्र और पुलिस की शुक्रवार देर रात मुठभेड़ हो गई। आलमबाग स्थित देवीखेड़ा मोड़ के पास उसे गोली मारकर गिरफ्तार कर लिया गया। शूटर ने भी गोली चलाई, लेकिन हमले में पुलिसकर्मी बच गए। शूटर के बाएं पैर में गोली लगी है। उसे पुलिस अभिरक्षा में लोकबंधु अस्पताल में भर्ती कराया गया गया है। बता दें, बीती दो फरवरी को हिंदू वादी नेता रणजीत बच्चन की राजधानी के पॉक इलाके में मॉर्निंग वॉक के दौरान हत्या कर दी गई थी।
मुखबिर की सूचना पर सीओ कैंट कार्यालय के पास पुलिस ने घेराबंदी की। इसी बीच शूटर जितेंद्र हेलमेट लगाकर बाइक से आता दिखा। पुलिस को देखकर जितेंद्र बाइक से भागने का प्रयास किया। आलमबाग और हजरतगंज थाने की पुलिस ने घेराबंदी की तो उसने गोली चला दी। मुठभेड़ में शूटर को पैर में गोली लगी। मौके से एक खोखा व कारतूस बरामद हुआ है।
चारबाग से हुआ पीछा
एक पुलिस टीम को चारबाग में शूटर की लोकेशन मिली, जिसके बाद उसका पीछा किया। दूसरी टीम आलमबाग में मौजूद थी। इसके बाद दोनों टीमों ने पीछा किया और देवीखेड़ा मोड़ के पास घेराबंदी कर उसे दबोच लिया।
मौके पर पहुंचे पुलिस कमिश्नर
शूटर के शहर से भागने की जानकारी मिलते ही पुलिस कमिश्नर सुजीत कुमार पांडेय ने सभी टीमों की मॉनीटरिंग शुरू कर दी। शूटर के पकड़ाते ही कमिश्नर भी मौके पर पहुंचे और टीम को शाबाशी दी।
घटना के दिन वाला जैकेट पहने था
शूटर ने रणजीत हत्याकांड को जिस काले रंग के जैकेट उस पर लाल धारी को पहनकर अंजाम दिया था, वही जैकेट मुठभेड़ के समय पहना था। फुटेज से जैकेट का मिलान हो गया है। उसके पास से रणजीत हत्याकांड के समय ओढ़ी गई शॉल भी बरामद हुई है।
घटनास्थल पर दीपेंद्र के साथ मिली थी शूटर की लोकेशन
रणजीत हत्याकांड में पकड़ा गया शूटर जीतेंद्र मास्टरमाइंड दीपेंद्र का चचेरा भाई है। घटनास्थल पर भी उसकी लोकेशन दीपेंद्र के साथ पुलिस ने ट्रेस की थी। दीपेंद्र ने जीतेंद्र को गोली मारने के लिये साथ इसलिये रखा क्योंकि बेहद करीबी रिश्ता होने के चलते वह अपनी जुबान भी नहीं खोलता। रणजीत हत्याकांड को उसकी दूसरी पत्नी स्मृति वर्मा ने मास्टरमाइंड दीपेंद्र के साथ मिलकर दिया था। वह दीपेंद्र संपर्क में अक्टूबर 2019 से है। स्मृति दीपेंद्र वर्मा से शादी करना चाहती थी, जिसमें उसका पति रणजीत बाधक था। इसीलिए हत्या कर दी। घटना के बाद सबसे पहले पुलिस ने करीब 200 कैमरों की फुटेज खंगाली। बापू भवन से परिवर्तन चौक तक की फुटेज में दीपेंद्र अपने शूटर साथी जीतेंद्र व अन्य हत्यारोपितों के साथ दिखा। घटना से पहले दीपेंद्र 28 जनवरी को शूटर जीतेंद्र व अन्य हत्यारोपितों के साथ विकासनगर स्थित एक होटल में भी रुका था।