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काकोरी डकैती कांड: मालामाल बनने के लिए डाली थी डकैती, मास्टरमाइंड समेत दो एनकाउंटर में दबोचे गए

काकोरी डकैती कांड का राजफाश छह गिरफ्तार। दो फरार अभिययुक्तों की तलाश पकड़े गए दो बदमाशों के लगी गोली। मुठभेड़ में सिपाही जख्मी।

By Divyansh RastogiEdited By: Published: Thu, 18 Jun 2020 12:22 AM (IST)Updated: Thu, 18 Jun 2020 08:41 AM (IST)
काकोरी डकैती कांड: मालामाल बनने के लिए डाली थी डकैती, मास्टरमाइंड समेत दो एनकाउंटर में दबोचे गए
काकोरी डकैती कांड: मालामाल बनने के लिए डाली थी डकैती, मास्टरमाइंड समेत दो एनकाउंटर में दबोचे गए

लखनऊ, जेएनएन। काकोरी डकैती कांड: उत्तर प्रदेश की राजधानी स्थित काकोरी में सेवानिवृत सचिवालय कर्मी हरिकृष्ण के घर में डकैती की घटना का राजफाश करते हुए बुधवार को पुलिस और क्राइम ब्रांच की संयुक्त टीम ने दिन में चार बदमाशों को गिरफ्तार किया। वहीं, देर रात मुठभेड़ के दौरान दो बदमाशों के पैर में गोली मार पकड़ा। पुलिस और बदमाशों की गोलीबारी के दौरान काकोरी थाने का सिपाही नीतिन राणा गिरकर घायल हो गया, उसे गोली नहीं लगी है।

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पकड़े गये छह बदमाश

पासपोर्ट में दलाली का काम करने वाला सआदतगंज निवासी सुमित कुमार कोरी, दुबग्गा निवासी इरफान खान, विजय लोधी व शिक्षक सैय्यद अरशद व मुठभेड़ के दौरान रात में पकड़े गए बिहार समस्तीपुर का गैंग लीडर मास्टरमाइंड रियाज अहमद व सआदतगंज निवासी महेंद्र चौरसिया हैं। महेंद्र पूर्व में भी जेल जा चुका है। रियाज और महेंद्र दोनों के पैर में गोली लगी है। बदमाशों के कब्जे से 6,560 रुपये के सिक्के, 8198 रुपये, 1.10 लाख कीमत का सोने का हार, चार चांदी की चूड़ी समेत अन्य सामान भी बरामद हुआ है। जिसकी पीड़ित परिवार ने पहचान भी कर ली है। 

ये दो बदमाश हैं फरार

फरार बदमाशों में सीतापुर निवासी मुकेश व लड्डू हैं। मुकेश भी पूर्व में लूट समेत अन्य घटनाएं कर चुके हैं। 

सचिवालयकर्मी के कॉलोनी के ही थे तीन बदमाश, डकैती डाल स्कूटी से भागे

पकड़े गए बदमाशों में इरफान, विजय और सैय्यद अरशद रिटायर्ड सचिवालय कर्मी के कॉलोनी के ही निकले। तीनों बदमाश फरार रियाज उर्फ राजू की स्कूटी से भागे थे। राजू भी घटनास्थल से 400 मीटर की दूरी पर ही रहता है। एक बदमाश का भागते समय चेहरा खुल गया और वह कैमरे में कैद हो गया, जिससे पुलिस को लीड मिल गई। राजफाश में छह टीमें लगी थीं। 

सीमेंट का बड़ा कारोबारी बातकर की मुखबिरी

फरार बदमाश रियाज ने विजय को बताया था कि हरिकृष्ण वर्मा सीमेंट के बड़े कारोबारी है, लेकिन डकैती के बाद जब सभी बदमाशों को पता चला कि रियाज की सूचना सही नहीं थी तो उससे मनमिटाव भी हो गया। 

कमिश्नर ने वीडियों कॉल से जेवर की कराई पहचान

पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय ने हरिकृष्ण वर्मा व उनके बेटे को अपने कार्यालय बुलाया। इसके बाद हरिकृष्ण वर्मा की पत्नी को वीडियों कॉल करके बरामद जेवरों व अन्य सामान की पहचान कराई, जिसपर उनको देखते ही पहचान लिया।

ये था मामला

दुबग्गा की आम्रपाली योजना निवासी सचिवालय से सेवानिवृत हरिकृष्ण वर्मा पत्नी धानमती, बेटे अभिषेक, ऐश्वर्य के साथ रहते हैं। रविवार को दिनदहाड़े अचानक डोर बेल बजी। अभिषेक के गेट खोलते ही दो नकाबपोश बदमाश उसे असलहे के बल पर बंधक बना कर अंदर ले गए। सभी को मकान के एक कमरे में घंटेभर तक बंधक बनाकर रखा। सभी कैमरों में अलमारी, सूटकेस समेत अन्य जगह पर रखा एक-एक सामान खंगाला। डाका डालने के बाद बदमाश आसानी से फरार हो गए।

क्या कहते हैं पुलिस कमिश्नर? 

लखनऊ के पुलिस कमिश्नर सुजीत पांडेय के मुताबिक, छह बदमाशों को गिरफ्तार करने में टीम की अहम भूमिका है। जिनमें दो रात में एनकाउंटर के दौरान पकड़े गए हैं। सीसी फुटेज से बदमाश चिन्हित भी हो गए हैं। दोनों फरार बदमाश भी जल्द गिरफ्तार कर लिए जाएंगे। वारदात का राजफाश करने वाली टीम को 50 हजार का इनाम व प्रशस्ति पत्र दिया गया है।


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