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पूर्व मुख्यमंत्री का भाई बता 32 लाख की ठगी, मुकदमा दर्ज

हजरतगंज कोतवाली में दो जालसाजों के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा।

By JagranEdited By: Published: Thu, 31 May 2018 01:17 PM (IST)Updated: Thu, 31 May 2018 01:17 PM (IST)
पूर्व मुख्यमंत्री का भाई बता 32 लाख की ठगी, मुकदमा दर्ज
पूर्व मुख्यमंत्री का भाई बता 32 लाख की ठगी, मुकदमा दर्ज

लखनऊ[जागरण संवाददाता]। कसमंडा हाउस निवासी व्यवसायी अब्दुल वहीद ने हजरतगंज कोतवाली में मैनपुरी निवासी राजीव यादव समेत दो पर जालसाजी का आरोप लगाते हुए धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है। पीड़ित व्यवसायी का आरोप है कि राजीव ने खुद को पूर्व मुख्यमंत्री का मौसेरा भाई बताकर उसे पश्चिमी उत्तर प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में बैग सप्लाई का ठेका दिलाने का झासा देकर 32 लाख रुपये ठग लिए। हजरतगंज पुलिस मामले की जाच कर रही है।

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व्यवसायी अब्दुल वहीद के मुताबिक, वर्ष 2015 में उनके परिचित के माध्यम से इंदिरा नगर रघुराज नगर निवासी अशोक सिंह से उनकी मुलाकात हुई थी। अशोक सिंह ने मैनपुरी निवासी राजीव यादव से दारुलशफा स्थित एक कार्यालय में मुलाकात कराई। राजीव ने खुद को पूर्व मुख्यमंत्री का मौसेरा भाई बताकर शासन में अपनी ऊंची पहुंच बताई। राजीव, अशोक सिंह और अनिल पाल के साथ मिलकर संकल्प इंफ्राकान प्राइवेट लिमिटेड नाम से विश्वास खंड तीन में कंपनी चलाता था। राजीव ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश स्थित प्राथमिक प्राइमरी स्कूलों में बैग सप्लाई का ठेका दिलाने की बात कही। इसके बाद राजीव के कहने पर ठेके के नाम पर उसे 32 लाख रुपये कैश दिए। रुपये लेने के कई महीनों तक जब ठेका नहीं मिला तो राजीव पर दबाव बनाया। इसके बाद उसने रुपये देने से मना कर दिया। मागने पर जान से मारने की धमकी देता था। अशोक सिंह से रुपये दिलाने की बात कहने पर उसने भी मना कर दिया। विश्वासखंड तीन स्थित उनकी कंपनी के ऑफिस तो पता चला कि यहा से ऑफिस खत्म कर दिया गया है। थाने में शिकायत की तो सुनवाई न होने पर उच्चाधिकारियों को मामले की जानकारी दी। इंस्पेक्टर आनंद कुमार शाही ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर मामले की जाच की जा रही है। तीन बार में दिए गए रुपये

अब्दुल वहीद ने बताया कि उन्होंने अपने घर बुलाकर अशोक सिंह के सामने राजीव को तीन बार कैश दिया। पहली किश्त के तौर पर 10 लाख रुपये, दूसरी में 20 लाख और बाकी के दो लाख रुपये दिए। जिसका उसके पास वीडियो साक्ष्य मौजूद है। एक पार्टनर ने की थी आत्महत्या

अब्दुल वहीद के मुताबिक उसने राजीव के कहने पर पाच लाख रुपये उनके बिजनेस पार्टनर अनिल पाल को दिए थे। अनिल पाल गोमती नगर स्थित कावेरी अपार्टमेंट में रहता था। हालाकि दबाव बनाने पर चार लाख रुपये अनिल पाल ने 2017 में लौटा दिए थे। इसके बाद अनिल पाल ने चार माह पूर्व आत्महत्या कर ली थी।


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