अनिवार्य) रामदेव धुरंधर को श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान
नोट : सभी संस्करणों में अनिवार्य प्रकाशन के लिए फोटो : 15 दिसंबर डेल, 704 जागरण संवाद
जागरण संवाददता, नई दिल्ली: मॉरीशस के लेखक रामदेव धुरंधर को 2017 का श्रीलाल शुक्ल स्मृति इफको साहित्य सम्मान दिया जाएगा। रामदेव धुरंधर की साहित्य-साधना और व्यापक साहित्यिक योगदान के लिए देवी प्रसाद त्रिपाठी की अध्यक्षता वाली चयन समिति ने उनके नाम की घोषणा की है। सुप्रसिद्ध लेखक श्रीलाल शुक्ल की स्मृति में इंडियन फार्मर्स फर्टिलाइजर कोऑपरेटिव लिमिटेड (इफको) 2011 से प्रतिवर्ष ¨हदी लेखकों को यह सम्मान देता है। इसके तहत साहित्यकार को प्रशस्ति पत्र, स्मृति चिह्न व 11 लाख रुपये की राशि प्रदान की जाती है।
'पथरीला सोना' रामदेव धुरंधर के चर्चित उपन्यासों में से है। इसमें उन्होंने किसानों व मजदूरों के रूप में भारत से मॉरीशस पहुंचे अपने पूर्वजों के संघर्ष का करुण रेखाचित्र खींचा है। उन्होंने 'छोटी मछली-बड़ी मछली', 'चेहरों का आदमी', 'बनते-बिगड़ते रिश्ते', 'पूछो इस माटी' से जैसे उपन्यास भी लिखे हैं। इससे पहले शेखर जोशी, कमलाकांत त्रिपाठी इस पुरस्कार से सम्मानित हो चुके हैं।
रामदेव धुरंधर की रचनाएं
कहानी संग्रह : 'विष-मंथन', 'जन्म की एक भूल'।
व्यंग्य संग्रह : 'कलजुगी धरम', 'चेहरों के झमेले', 'पापी स्वर्ग', 'बंदे आगे भी देख'।
लघुकथा संग्रह : 'चेहरे मेरे तुम्हारे', 'यात्रा साथ-साथ', 'एक धरती-एक आकाश', 'आते-जाते लोग'।