CoronaVirus Lucknow News: लखनऊ की सबसे बुजुर्ग मरीज ने बिना वेंटिलेटर के कोरोना को दी मात
CoronaVirus Lucknow News 91 वर्षीय महिला ने कोरोना को मात दी है। पीजीआइ में चल रहा था उपचार। कई बार बिगड़ी हालत 25वें दिन वायरस को हराकर पहुंची घर।
लखनऊ, जेएनएन। CoronaVirus Lucknow News: कोरोना का खौफ दुनियाभर में भले कायम है, मगर शहर के मरीज खतरनाक वायरस को लगातार पटखनी दे रहे हैं। अब 91 वर्षीय महिला ने कोरोना को मात दी है। शहर की सबसे बुजुर्ग कोरोना पॉजिटिव ठीक होकर शनिवार को घर पहुंची।
अमीनाबाद की मॉडल हाउस निवासी सावित्री मेहंदी 91 वर्ष की हैं। पुत्र डॉ. एसके मेहंदी के मुताबिक, उन्हें अचानक बुखार, जुकाम हो गया। उम्र अधिक होने से हालत कुछ ही दिनों में बेकाबू होने लगी। ऐसे में लालबाग स्थित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। 29 अप्रैल को सावित्री में कोरोना का पुष्टि हुई। सीएमओ की टीम ने पीजीआइ के कोविड अस्पताल में सावित्री को भर्ती कराया। सावित्री को ब्लड प्रेशर की समस्या थी। ऐसे में सांस लेने में तकलीफ के साथ बीपी भी गड़बड़ा गया। लिहाजा डॉक्टरों ने उन्हें आइसीयू में शिफ्ट किया। आइसीयू प्रभारी प्रो. देवेंद्र गुप्ता के मुताबिक, महिला को आक्सीजन सपोर्ट पर रखा गया। उनके फेफड़े में संक्रमण हो गया था। निमोनिया ने भी जकड़ लिया था। अधिक उम्र होने की वजह से मरीज का ठीक होना काफी चुनौती पूर्ण हो गया था। बिना वेंटिलेटर पर मरीज को ठीक किया गया है।
ऑक्सीजन सपोर्ट पर डायबिटिक मरीज, कोरोना को दी मात
गोमतीनगर निवासी 60 वर्षीय बुजुर्ग 20 वर्ष से डायबिटीज से पीड़ित हैं। इसी दरम्यान वह कोरोना महामारी की चपेट में आ गए। उन्हें खांसी, बुखार और सांस लेने में तकलीफ होने लगी। बेटे को भी बुखार महसूस हुआ। दोनों पिता-पुत्र डॉक्टर के पास पहुंचे। उन्हें कोरोना टेस्ट की सलाह दी गई। इसके बाद उनमें वायरस की पुष्टि हुई। 14 मई को पिता-पुत्र को केजीएमयू में भर्ती कराया। कोरोना वायरस में डायबिटीज के रोगी हाई रिस्क ग्रुप में आते हैं। इन मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर होती है। ऐसे में वायरस ने हमला शरीर पर तेज कर दिया। इलाज कर रहीं डॉ. शिउली के मुताबिक 20 वर्षों से डायबिटीज के साथ ब्लड प्रेशर की दिक्कत से बुजुर्ग की हालत बिगड़ने लगी। ऐसे में उन्हें आइसीयू में शिफ्ट किया गया। तीन-चार दिन ऑक्सीजन सपोर्ट पर रहे।
शरीर में ऑक्सीजन लेवल मेनटेने होने लगा। धीरे-धीरे वायरस लोड भी कम होना शुरू हुआ। शनिवार को बुजुर्ग की दोनों रिपोर्ट निगेटिव आई हैं। ऐसे में उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया। इसके अलावा साथ में भर्ती बेटे को भी कोरोना निगेटिव आने पर घर भेज दिया गया। अब दोनों मरीजों को 14 दिन तक घर में क्वारंटाइन में रहना होगा। उधर, गोसाईगंज के जलोदीनगर के एक युवक में कोरोना संक्रमित की पुष्टि होने के बाद शनिवार को एसीएमओ डॉ. एमके सिंह की मौजूदगी में 278 लोगों की थर्मल स्कैनिंग की गई।