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वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट समिट में वितरित होंगे 500 करोड़ के ऋण

देश का पहला वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) समिट 10 अगस्त से लखनऊ में होने जा रहा है। समिट का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे।

By Nawal MishraEdited By: Published: Wed, 01 Aug 2018 08:11 PM (IST)Updated: Wed, 01 Aug 2018 08:11 PM (IST)
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट समिट में वितरित होंगे 500 करोड़ के ऋण
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट समिट में वितरित होंगे 500 करोड़ के ऋण

लखनऊ (जेएनएन)। देश का पहला वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ओडीओपी) समिट 10 अगस्त से लखनऊ में होने जा रहा है। तीन दिवसीय इस समिट का उद्घाटन राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद करेंगे। इसमें ओडीओपी के लाभार्थियों को 500 करोड़ रुपये के ऋण और हस्तशिल्पियों को टूल किट मिलेगी। समिट के जरिये जिले के परंपरागत उद्योगों को बढ़ावा दिया जाएगा। सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम मंत्री सत्यदेव पचौरी ने बताया कि समिट में ओडीओपी के उत्पादों की प्रदर्शनी भी लगेगी। इस समिट में सभी जिलों के उत्पादों को प्रदर्शित किया जाएगा। इन उत्पादों को बढ़ाने के लिए प्रशिक्षण भी दिया जाएगा। प्रत्येक जिले में कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी बनाए जाएंगे। समिट में उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए हस्तशिल्पियों को ऋण भी उपलब्ध कराये जाएंगे। उन्हें इस तरह तैयार किया जाएगा ताकि वे अपने पैरों पर खड़े हो सकें।

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मार्जिन मनी में छूट दे रही सरकार

उन्होंने बताया कि समिट का मुख्य उद्देश्य प्रत्येक जिले के चिह्नित उत्पादों के विकास के लिए सुविधाएं मुहैया कराना है। इससे वाराणसी की रेशम की साडिय़ां, गोरखपुर का टेराकोटा, कानपुर का चमड़ा उद्योग, अलीगढ़ के ताले, फीरोजाबाद का ग्लास, मुरादाबाद का पीतल, प्रतापगढ़ का आंवला, लखनऊ की जरी व चिकन, पीलीभीत की बांसुरी, भदोही की कालीन, कन्नौज का इत्र, सहारनपुर व रायबरेली की काष्ठकला को राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय बाजार मिल सकेगा। समिट में राष्ट्रपति करीब 100 करोड़ रुपये के ऋण बांटेंगे। बाकी 400 करोड़ रुपये के कर्ज जिलों में प्रभारी मंत्री देंगे। उन्होंने बताया कि ऋण में मार्जिन मनी में 25 प्रतिशत की छूट सरकार दे रही है।

समिट में होंगे आठ तकनीकी सत्र

समिट में चार विषयों पर आठ तकनीकी सत्र आयोजित किए गए हैं। इनमें हैंडलूम टेक्सटाइल्स, क्राफ्ट एवं टूरिज्म, एग्रो एंड फूड प्रोसेसिंग इंडस्ट्रीज तथा क्रेडिट एवं फाइनेंस हैं। इसमें संबंधित विषयों के विशेषज्ञ ओडीओपी से जुड़े लोगों को जानकारी देंगे। इसमें बाजार तक पहुंच बनाने, आकर्षक एवं ग्राहकों को लुभाने वाले डिजाइन तैयार करना, सही व अच्छी पैकेजिंग के तरीके बताये जाएंगे। उत्पादों में सेफ्टी स्टैंडर्ड व टेस्टिंग प्रणाली को अपनाकर वैल्यू एडीशन किया जाएगा। 

अमेजॉन से भी बिकेंगे ओडीओपी के उत्पाद

ओडीओपी के उत्पाद ई-कॉमर्स वेबसाइट अमेजॉन से भी बिकेंगे। पहले चरण में नौ जिलों के उत्पाद इससे बेचे जाएंगे। इसके लिए 10 अगस्त को प्रदेश सरकार के साथ अमेजॉन का एमओयू होगा। जिन जिलों के उत्पादों की बिक्री इससे होगी उनमें वाराणसी, गोरखपुर, इलाहाबाद, लखनऊ, कानपुर, भदोही, आगरा, मेरठ व फीरोजाबाद शामिल हैं। अमेजॉन अपनी वेबसाइट में ओडीओपी की एक माइक्रो साइट विकसित करेगा। इसमें इन जिलों के उत्पादों की बिक्री होगी। विभाग के सचिव भुवनेश कुमार ने बताया ई-कॉमर्स साइट फ्लिपकार्ट, स्नैपडील व अलीबाबा से भी इस बारे में बात चल रही है। 

वेबसाइट व हेल्पलाइन नंबर करेंगे मदद

ओडीओपी के उत्पादों की जानकारी के लिए सरकार एक वेबसाइट विकसित करने जा रही है। इसमें उत्पादन से लेकर इसकी बिक्री की पूरी जानकारी उपलब्ध होगी। साथ ही एक हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया जाएगा। इन दोनों का शुभारंभ समिट में किया जाएगा। इसमें एक कॉफी टेबल बुक भी लांच की जाएगी।

एक लाख करोड़ की विदेशी मुद्रा कमाने का लक्ष्य 

मंत्री ने बताया कि वर्ष 2017-18 में यूपी ने 89 हजार करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा कमाई थी। इस वर्ष एक लाख करोड़ रुपये का लक्ष्य रखा गया है। उन्होंने बताया कि प्रदेश में कृषि क्षेत्र के बाद सबसे अधिक रोजगार परंपरागत उद्योगों से ही मिलेंगे। विदेशी मुद्रा भी इसी से कमाई जा सकती है। 


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