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पचास पुलिस के कैमरे खराब, चालान प्रकिया भी ठप

बोले एएसपी एमसीआर मेट्रो के निर्माण कार्य के चलते आई समस्या

By JagranEdited By: Published: Sun, 01 Apr 2018 04:44 PM (IST)Updated: Sun, 01 Apr 2018 04:44 PM (IST)
पचास पुलिस के कैमरे खराब, चालान प्रकिया भी ठप
पचास पुलिस के कैमरे खराब, चालान प्रकिया भी ठप

लखनऊ (जागरण संवाददाता)। 'स्मार्ट सिटी सर्विलांस सिस्टम' 'दृष्टि' के कंट्रोल रूम से संचालित करीब पचास सीसीटीवी कैमरे खराब पड़े हैं। जिससे अपराधियों के साथ ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को चिह्नित करने में दिक्कत आ रही है। यही कारण है कि ट्रैफिक रूल तोड़ने वाले को पुलिस का खौफ नहीं रहा। कैमरों से चिह्नित करके उनको चालान स्लिप भेजने का काम भी ठप चल रहा है। 12 अप्रैल 2015 को दृष्टि के उद्घाटन के बाद से जिस तेजी से कैमरों से अपराधियों के साथ ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों के वाहन चिह्नित करने का काम शुरू हुआ था, उतनी तेजी से ही रफ्तार सुस्त होती दिख रही है।

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110 और एएनपीआर कैमरे चालू करने की तैयारी, लेकिन पहले से नहीं लिया सबक

अभी हाल ही में डीजीपी और एडीजी के साथ अफसरों की बैठक में राजधानी में 110 और एएनपीआर कैमरे (ऑटो मेटिक नंबर प्लेट रिकॉगनिशन सिस्टम) लगाने की तैयारी हो रही है, लेकिन पहले से 18 चौराहों पर लगे करीब 40 एएनपीआर कैमरों से मॉनीट¨रग का हाल भी बेहद सुस्त गति से चल रहा है। विधानसभा मार्ग पर आलू कांड के आरोपितों के अतिरिक्त शायद ही एएनपीआर कैमरों से दृष्टि के कंट्रोल रूम में बैठे पुलिस अफसरों ने 12 अप्रैल 2015 को कंट्रोल रूम के उद्घाटन के बाद किसी बड़े मामले का खुलासा किया हो।

चेकिंग करने भी नहीं जाता कोई अफसर

दृष्टि के कंट्रोल रूम में बैठकर शहर में लगे 280 पुलिस के सीसीटीवी कैमरों से चेकिंग की मॉनीट¨रग की व्यवस्था भी लागू हुई थी। पूर्व डीआइजी आरके चतुर्वेदी ने शहरभर में वाहनों का चेकिंग अभियान चलवाकर कंट्रोल रूम से इसकी मॉनीट¨रग की शुरुआत की थी, कई संदिग्ध भी पकड़े गए थे। चेकिंग में लापरवाही बरतने वाले कई पुलिसकर्मियों को कंट्रोल रूम की सीसीटीवी फुटेज में देखकर भी उनपर कार्रवाई हुई थी। जिससे चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों ने सतर्कता बरतना भी शुरू कर दिया था, लेकिन आरके चतुर्वेदी के बाद किसी भी अधिकारी ने इस अभियान की कमान नहीं संभाली।

एएसपी एमसीआर विनोद कुमार पांडेय ने बताया कि मेट्रो के निर्माण कार्य के चलते केबिल कट जाने से कैमरे बंद हो गए हैं, जल्द ही इन्हें सही कर दिया जाएगा। यह बात सही है कि कैमरों में देखकर ट्रैफिक रूल तोड़ने वालों को चालन स्लिप भेजने का अभियान इन दिनों मध्यम गति से चल रहा है, चेकिंग अभियान की भी कंट्रोल रूम से मॉनीट¨रग नहीं हो रही है।


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