Move to Jagran APP

पाकिस्तान में चल रहे वाट्सएप से जुड़े हैं 50 भारतीय नंबर, ISI एजेंट ने ATS की पूछताछ में खोले कई राज

ATS ने चंदौली गिरफ्तार ISI एजेंट राशिद अहमद से पूछताछ के दौरान पाकिस्तान में संचालित एक वाट्सएप अकाउंट रिकवर करने में कामयाबी हासिल कर ली है।

By Umesh TiwariEdited By: Published: Fri, 24 Jan 2020 03:14 PM (IST)Updated: Fri, 24 Jan 2020 03:14 PM (IST)
पाकिस्तान में चल रहे वाट्सएप से जुड़े हैं 50 भारतीय नंबर, ISI एजेंट ने ATS की पूछताछ में खोले कई राज
पाकिस्तान में चल रहे वाट्सएप से जुड़े हैं 50 भारतीय नंबर, ISI एजेंट ने ATS की पूछताछ में खोले कई राज

लखनऊ, जेएनएन। आतंकवाद निरोधक दस्ता (ATS) ने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) एजेंट राशिद अहमद से पूछताछ के दौरान पाकिस्तान में संचालित एक वाट्सएप अकाउंट रिकवर करने में कामयाबी हासिल कर ली है। उस वाट्सएप ग्रुप में 50 भारतीय नंबर भी जुड़े हैं। राशिद ने बाबू व अली की आइडी पर दो सिम लिए थे, जिन नंबरों पर पाकिस्तान में वाट्सएप संचालित हो रहे हैं। एटीएस व अन्य खुफिया एजेंसी अब वाट्सएप के जरिए सीधे पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के आकाओं से जुड़े 50 भारतीय नंबरों के बारे में छानबीन करने में जुट गई हैं।

loksabha election banner

एटीएस के एक अधिकारी के अनुसार राशिद अहमद ने अपने दोस्त बाबू की आइडी पर जो सिम लिया था, उस पर संचालित वाट्सएप रिकवर हुआ है। बाबू के पास साधारण मोबाइल फोन है, जिसमें उसने वाट्सएप अपलोड नहीं कर रखा था। बाबू को इस बात की जानकारी नहीं थी कि उसकी आइडी पर लिए गए सिम के नंबर पर पाकिस्तान में वाट्सएप चल रहा है। दूसरा सिम अली की आइडी पर लिया गया था। अली बेंगलुरु में था। एटीएस ने अली को बुलाकर उससे भी लंबी पूछताछ की है। उसकी आइडी पर लिए गए नंबर पर वाट्सएप एक्टिवेट करने के बाद सिम तोड़ दिया गया था। राशिद ने बाबू के जरिए अली की आइडी पर सिम हासिल किया था।

उल्लेखनीय है कि राशिद से शुरुआती पूछताछ में उसके द्वारा लिए गए दो नंबरों पर पाकिस्तान में वाट्एसप संचालित होने की बात सामने आई थी। इसके बाद से ही एटीएस इन वाट्सएप अकाउंट की छानबीन व उन्हें रिकवर करने का प्रयास कर रही थी। पाकिस्तान में बैठे आइएसआइ के अधिकारी इन नंबर पर संचालित वाट्सएप ग्रुप पर किस तरह की गतिविधियां चला रहे हैं। अब इसकी और गहनता से छानबीन की जा रही है। राशिद से जुड़े कुछ और संदिग्धों के बारे में भी जांच तेज कर दी गई है। राशिद से आइएसआइ के उन अधिकारियों के बारे में भी लंबी पूछताछ की गई है, जिनके वह लगातार संपर्क में था।

एटीएस को चंदौली से किया है गिरफ्तार

बता दें कि सैन्य ठिकानों, अर्द्धसैनिक बलों के ठिकानों और विश्वनाथ मंदिर समेत अन्य महत्वपूर्ण स्थानों की सूचनाएं व फोटो आइएसआइ को भेजने वाले शातिर एजेंट राशिद अहमद को रविवार रात (18 जनवरी, 2020) आतंकवाद निरोधक दस्ता ने चंदौली के पंडित दीन दयाल उपाध्याय नगर स्थित पड़ाव से गिरफ्तार किया था। मिलिट्री इंटेलिजेंस से इनपुट के बाद एटीएस राशिद पर लंबे समय से नजर रख रही थी। उसके पास से एक मोबाइल, दो सिमकार्ड और पेटीएम के जरिये मिले पांच हजार रुपये बरामद हुए थे। एटीएस की पूछताछ में पता चला है कि वह दो बार 2017 और 2018 में पाकिस्तान जा चुका है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.