480 करोड़ रुपयों से दोगुना होगी कोच बनाने की रफ्तार
आधुनिक रेल कोच कारखाने में प्रति वर्ष डिब्बों के निर्माण की क्षमता दोगुनी करने की योजना, पांच सौ करोड़ से एल्युमीनियम कोच के साथ मेट्रो और बुलेट ट्रेन के कोच की ओर कदम बढ़ाने की तैयारी, 900वें कोच व हमसफर के 20 डिब्बों वाली रैक को झंडी दिखाऐंगे पीएम।
रायबरेली, [रसिक द्विवेदी] । प्रधानमंत्री के दौरे में करीब 1100 करोड़ की सौगात मिलने का सपना सजाया गया है। मुख्यमंत्री ने गुरुवार को अपने संबोधन में इसका जिक्र करके आधुनिक रेल कोच कारखाना और जिले के लोगों को नई उर्जा दे दी। धन किस मद में आएगा। कहां-कहां खर्च होगा। इसका गुणा-गणित लोग लगाने लगे हैं...कि विकास किधर से कहां तक दौड़ेगा। हांलाकि रेल कोच कारखाना की तरफ से जो प्रपोजल भारत सरकार को गया है, अगर वह सब मंजूर हो जाएगा तो करीब एक हजार करोड़ रुपये इस संस्था को ही मिल जाएंगे।
बाकी में एनएचएआइ का भी कुछ काम प्रस्तावित बताया जा रहा है।लालगंज के आधुनिक रेलकोच कारखाना देश का नंबर वन है। अपनी उपलब्धियों से यह शिखर तक पहुंचे। यहां के जिम्मेदारों ने कुछ ऐसी योजना बनाई है। प्रधानमंत्री के दौरे में किस मद में कितना मदद संस्था चाहती है इसका प्रपोजल पहले ही भेजा जा चुका है। सूत्र 480 करोड़ रुपये के विस्तारीकरण की योजना है। जिसमें फैक्ट्री अभी तक बन रहे कोच की संख्या लगभग दुगनी करने की तैयारी में है। 900वें कोच को प्रधानामंत्री 16 दिसंबर को हरी झंडी दिखाएंगे। इसी के साथ इसको दो हजार की संख्या पहुंचाने का लक्ष्य मानकर कारखाना जुटेगा। 2018-19 तक तीन गुना कोच निर्माण का लक्ष्य भी बनाया गया है। इन सबके लिए संसाधनों को बढ़ाना होगा। उस मद में करीब पांच सौ करोड़ का खर्च आएगा। इसके इतर करीब पांच सौ करोड़ रुपया के मद से संस्था अन्य कई कामों को शुरु करना चाहती है। जिसमें एल्युमीनियम कोच निर्माण आदि शामिल है। बताया जाता है कि फैक्ट्री बुलेट ट्रेन के कोच बनाने की उम्मीद पाले बैठी है। साथ ही मेट्रो के डिब्बे भी तैयार करना चाहती है। यही नहीं, एनएचएआइ नेशनल हाईवे अथारटी ऑफ इंडिया को भी सौ करोड़ रुपये मिलने की उम्मीद है।
रेलकोच के सचिव महाप्रबंधक आरपी शर्मा ने बताया कि 480 करोड़ रुपया से विस्तारीकरण की योजना है। हमारा कोच लक्ष्य दो से तीन हजार तक पहुंचाने का है। करीब पांच सौ करोड़ का प्रपोजल अन्य तमाम चीजों के लिए है। जिससे हम प्राथमिकता के तौर पर एल्युमीनियम कोच, मेट्रो, बुलेट ट्रेन आदि की ओर काम कर सके।