अगले साल चार लाख युवाओं को मिलेगी सरकारी नौकरी
-कौशल विकास का कैप्टन बनेगा यूपी-केंद्रीय मंत्री -अंबेडकर सभागार में कौशल विकास केंद
जागरण संवाददाता, लखनऊ: यह वर्ष किसान वर्ष के रूप में मनाया गया और विविध योजनाओं के माध्यम से किसानों पर 70 हजार करोड़ रुपये खर्च किए गए। आने वाले वर्ष-2018 को प्रदेश सरकार युवा वर्ष के रूप में मनाएगी। इसके तहत कौशल विकास के साथ ही चार लाख युवाओं को सरकारी नौकरी देने का लक्ष्य रखा गया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को जब यह घोषणा की तो पूरा सभागार तालियों से गूंज उठा।
वह डॉ.राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विवि के अंबेडकर सभागार में एक निजी की कंपनी की ओर से खोले गए प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र व उप्र कौशल विकास मिशन के चार केंद्रों के ई-उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में बैंकों की 16,500 शाखाएं हैं। जिन्हें बढ़ाकर 25 हजार करने का लक्ष्य रखा गया है। अनुसूचित जाति व जनजाति के लोगों को स्टार्टअप योजना के तहत बैंकों को ऋण देने के लिए कहा गया है, जिससे 33000 लोगों को लाभ होगा। जिससे उप्र कौशल विकास मिशन के तहत ट्रेनिंग पाने वाले युवा ऋण लेकर अपना कारोबार कर सकें।
वर्तमान में कौशल विकास मिशन के तहत छह लाख युवाओं ने अपना पंजीयन कराया है और चार लाख युवा ट्रनिंग दी गई है। अब उन्हें नौकरी दिलाई जा रही है। उन्होंने कहा कि 21 और 22 फरवरी को होने वाले इंवेस्टर मीट में न केवल बाहर की कंपनियों को प्रदेश में बुलाया जाएगा बल्कि आने वाले चार वर्षो में पांच लाख करोड़ का निवेश प्रदेश में कराया जाएगा। इससे 50 लाख युवाओं को रोजगार के अवसर मिलेंगे। सीएम ने नए उद्योगों के साथ ही पारंपरिक उद्योगों जैसे अलीगढ़ का ताला, लखनऊ का चिकन उद्योग, बनारस की साड़ी, भदोही का कालीन उद्योग, मुरादाबाद के बर्तन, सहारनपुर का फर्नीचर और फिरोजाबाद की चूड़ियों का कारोबार बढ़ाने के साथ ही उत्पादों का निर्यात करने का भी भरोसा दिलाया।
इससे पहले केंद्रीय कौशल विकास मंत्री धमेंद्र प्रधान ने स्किल्ड इंडिया के पीएम मोदी के सपने को साकार करने में युवाओं को अहम भूमिका निभाने की वकालत की। कहा कि उत्तर प्रदेश सबसे बड़े राज्य है। ऐसे में इसे कौशल विकास के कैप्टन के रूप में आगे आना होगा। उन्होंने उज्ज्वला योजना के तहत गरीबों को मिले लाभ के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के स्किल इंडिया मिशन की तारीफ भी की। इस अवसर पर कौशल विकास को लेकर आयोजित सेमिनार में कौशल विकास मंत्री चेतन चौहान, राज्यमंत्री स्वाति सिंह व सुरेश पासी के अलावा प्रमुख सचिव भुवनेश कुमार, उप्र कौशल विकास मिशन के एमडी राजेश कुमार, प्रशिक्षण एवं सेवायोजन विभाग के निदेशक सुरेंद्र प्रसाद व अपर निदेशक प्रशिक्षण नीरज कुमार के अलावा कंपनी के चैयरमैन नवीन कुमार जैन व सूरज के अलावा 22 राज्यों के प्रतिनिधि शामिल हुए।