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राशन घोटाले में 34 कोटेदारों के लाइसेंस होंगे रद; शादी अनुदान हड़पने वाले की संपत्ति होगी जब्त

फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद अब कार्रवाई की तैयारी आपूर्ति निरीक्षकों पर अब तक मेहरबान है प्रशासन।

By JagranEdited By: Published: Thu, 30 Aug 2018 10:53 AM (IST)Updated: Thu, 30 Aug 2018 10:58 AM (IST)
राशन घोटाले में 34 कोटेदारों के लाइसेंस होंगे रद; शादी अनुदान हड़पने वाले की संपत्ति होगी जब्त
राशन घोटाले में 34 कोटेदारों के लाइसेंस होंगे रद; शादी अनुदान हड़पने वाले की संपत्ति होगी जब्त

लखनऊ(जागरण संवाददाता)। राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना का राशन लूटने के मामले में जिन दुकानदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई गई है उनके कोटे निरस्त होंगे। प्रशासन ने इसकी कवायद शुरू कर दी है जल्द ही नये सिरे से दुकानों का आवंटन किया जायेगा। जिलाधिकारी के आदेश पर जिलापूर्ति निरीक्षक ने राशन घोटाले में 34 दुकानदारों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। अभी कुछ और दुकानदारों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराने की तैयारी चल रही है। अधिकारियों का कहना है कि इनकी जगह नये सिरे से कोटे का आवंटन किया जाएगा। प्रशासन अब इन कोटेदारों से घोटाले की रिकवरी भी करेगा। इसके लिए राशन का मूल्याकन किया जा रहा है। रिपोर्ट तैयार होते ही इसकी प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

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निरीक्षकों पर मेहरबानी:

जाच रिपोर्ट पर डीएम के सवाल उठाने के बाद भी अब तक आपूर्ति निरीक्षक और कंपनी के अधिकारियों पर दरियादिली कायम है। डीएम ने गड़बड़ी के लिए जिम्मेदार आपूर्ति निरीक्षकों और ई-पोस मशीन की निगरानी करने वाली कंपनी के अधिकारियों के खिलाफ भी एक्शन लेने के निर्देश दिये थे। इस बारे में जिलापूर्ति अधिकारी आमिर खान का कहना है कि आपूर्ति निरीक्षकों की भूमिका की जाच हो रही है।

दो गोदामों से ही सभी करते थे अनाज की उठान:

घोटाले में जितनी भी दुकानें फंसी हैं सबकी उठान दो ही गोदाम से होती थी। ऐसे में गोदामों पर भी सवाल उठने लाजमी हैं। जिन 54 दुकानों में गड़बड़ी मिली है वहा पर बुद्धेश्वरन और ऐशबाग गोदाम से राशन की उठान होती है। दोनो गोदामों पर पहले भी तमाम गड़बड़िया पकड़ी जा चुकी हैं। प्रभारी सत्य प्रकाश श्रीवास्तव के खिलाफ कालाबाजारी के मामले में रिपोर्ट भी दर्ज करायी जा चुकी है। शादी अनुदान हड़पने वाले की संपत्ति होगी जब्त:

शादी के नाम पर घोटाला करने वालों की संपत्तिया जब्त करने की तैयारी है। प्रशासन ने इस मामले के मुख्य आरोपी और मास्टर माइंड बोधलाल की संपत्तियों की रिपोर्ट मागी है। शादी अनुदान में फर्जी अभिलेखों से सरकार को करीब 48 लाख रुपये का चूना लगाया गया। घोटाले की यह रकम कहीं और बढ़ी हो सकती है। जालसाज लंबे समय से इसी तरह अनुदान झटक रहे थे। जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा का कहना है कि घोटालेबाजों से एक-एक पाई की वसूली की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जायेगा। सभी फार्म का दोबारा सत्यापन कराया जा रहा है ताकि किसी तरह की गड़बड़ी न हो।


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