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विधानसभा का टिकट दिलाने के नाम पर लखनऊ में 30 लाख हड़पे, पुलिस आयुक्त ने दिए जांच के निर्देश

कौशांबी के समाजसेवी फरीद खां को एक राजनीतिक पार्टी से टिकट दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति ने 30 लाख रुपये हड़प लिए। आरोप है कि सिराथू विधानसभा सीट से टिकट दिलाने की बात की थी। फरीद वर्ष 2012 में कांग्रेस से इसी सीट पर विधानसभा का चुनाव लड़े थे।

By Vikas MishraEdited By: Published: Sat, 04 Dec 2021 02:50 PM (IST)Updated: Sat, 04 Dec 2021 02:50 PM (IST)
विधानसभा का टिकट दिलाने के नाम पर लखनऊ में 30 लाख हड़पे, पुलिस आयुक्त ने दिए जांच के निर्देश
पीड़ित ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो उनसे 70 लाख रुपये की मांग की गई।

लखनऊ, जागरण संवाददाता। कौशांबी के समाजसेवी फरीद खां को एक राजनीतिक पार्टी से टिकट दिलाने के नाम पर एक व्यक्ति ने 30 लाख रुपये हड़प लिए। आरोप है कि सिराथू विधान सभा सीट से टिकट दिलाने की बात की गई थी। फरीद वर्ष 2012 में कांग्रेस से इसी सीट पर विधानसभा का चुनाव लड़े थे। पीड़ित का कहना है कि उनके पास क्षेत्र के एक नेता का फोन आया था, जिन्होंने कहा कि पार्टी आपको टिकट देना चाहती है। स्थानीय नेता ने फरीद को एक नंबर देकर उसपर बात करने के लिए कहा था।

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पीड़ित ने दिए गए नंबर पर संपर्क किया तो उनसे 70 लाख रुपये की मांग की गई। 30 लाख रुपये में बात तय हुई। इसके बाद फरीद को एक युवक पुराना किला आशियाना स्थित मंडल कार्यालय लेकर गया और रुपये लेकर लेटर हेड पर लिखकर दे दिया। फरीद ने बाद में पार्टी कार्यालय में इस बारे में चर्चा की तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई। पीड़ित ने पुलिस आयुक्त से मामले की शिकायत की है। आशियाना पुलिस को इसकी जांच सौंपी गई है।

मेट्रोमोनियल साइट पर विज्ञापन देकर महिला से ठगी: मेट्रोमोनियल साइट पर वर वधु के लिए अच्छे विज्ञापन देकर जालसाज लोगों से रुपये हड़प रहे हैं। जालसाजों ने निजी स्कूल में लिपिक राबिन मैसी को झांसे में लेकर उनसे 10 हजार रुपये की ठगी कर ली। पीडि़ता ने विज्ञापन देखकर दिए गए नंबर पर संपर्क किया था। आरोप है कि फोन एक युवती ने उठाया और अपना नाम रोशनी बताया। रोशनी ने कहा कि वह आनलाइन पार्टनर सतना सर्विसेज से बोल रही है। झांसे में लेकर उसने कांफ्रेंस पर नेहा अग्रवाल नाम की युवती से बात कराई। इसके बाद नेहा का फोन नंबर देने के नाम पर पांच हजार रुपये खाते में ले लिए।

नेहा ने बताया कि वह कानपुर में वन विभाग में कार्यरत है और 20 नवंबर को मुलाकात करेगी। तय समय पर नेहा के नहीं आने पर पीडि़ता ने उसे फोन किया। फोन दूसरी महिला ने उठाया और कहा कि वह नेहा की बुआ है। महिला ने झांसा देते हुए नेहा के बीमार होने की बात कही। महिला ने बताया कि नेहा अस्पताल में भर्ती है और उन लोगों के पास अभी रुपये नहीं हैं। पीडि़ता ने झांसे में आकर दोबारा पांच हजार रुपये ट्रांसफर कर दिए। कुछ देर बाद फिर से उनसे रुपयों की मांग की गई। संदेह होने पर पीडि़ता ने छानबीन की तो उन्हें ठगी की जानकारी हुई। पीडि़ता ने हुसैनगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है।


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