सिपाही भर्ती-2018 : 30 लाख अभ्यर्थियों के लिए होगी विशेष तैयारी
उत्तर प्रदेश पुलिस में 51216 पदों पर सिपाही भर्ती पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा होगी।
लखनऊ (जेएनएन)। उत्तर प्रदेश पुलिस में 51216 पदों पर सिपाही भर्ती पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के लिए अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा होगी। लिहाजा भर्ती बोर्ड इस बार आवेदन से लेकर परीक्षा संचालक तक निजी एजेंसियों के हाथों में सौंपने का मन बना चुका है ताकि पारदर्शिता के साथ परीक्षा कराई जा सके। भर्ती बोर्ड ने सिपाही भर्ती-2018 की शारीरिक मानक परीक्षा भी निजी एजेंसी से कराने का निर्णय लेने के साथ ही इसके लिए कंपनियों व एजेंसियों से निविदा आमंत्रित की है। दरअसल, भर्ती बोर्ड पहले ही ऑनलाइन आवेदन फार्म जारी करने की संभावित तिथि की सीमा को लांघ चुका है। लिहाजा अब एक-एक कदम संभालकर बढ़ाया जा रहा है। माना जा रहा है कि अगले सप्ताह सिपाही भर्ती-2018 के ऑनलाइन आवेदन की प्रकिया शुरू हो जाएगी।
परीक्षा केंद्र चयन की खास कार्ययोजना
उल्लेखनीय है कि इसी वर्ष सिपाही के करीब 42 हजार पदों पर भर्ती की घोषणा के बाद करीब 23 लाख अभ्यर्थियों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। इस लिहाज 51216 पदों के लिए करीब 30 लाख अभ्यर्थियों के आवेदन करने का अनुमान लगाया जा रहा है। इतनी बड़ी संख्या में आवेदन और फिर लाखों अभ्यर्थियों की परीक्षा कराने के लिए भर्ती बोर्ड इस बार अधिक से अधिक विशेषज्ञों को जोडऩे के साथ ही परीक्षा केंद्रों के चयन के लिए भी खास कार्ययोजना बना रहा है। हाल-फिलहाल हुईं विभिन्न परीक्षाओं में गड़बड़ी पकड़े जाने के बाद भर्ती बोर्ड के लिए परीक्षा को सकुशल संपन्न कराना अग्निपरीक्षा से कम नहीं होगा।
एजेंसियों के लिए रखीं अहम शर्तें
भर्ती बोर्ड ने शारीरिक मानक परीक्षा के संचालन के लिए ऐसी एजेंसी अथवा कंपनी को आवेदन करने को कहा है, जो संघ लोक सेवा आयोग, राज्य लोक सेवा आयोग, इंजीनियङ्क्षरग, मेडिकल, प्रबंधन कोर्सेस, केंद्र अथवा राज्य सरकार के पुलिस संगठनों में की भर्तियों में शारीरिक दक्षता परीक्षा करा चुकी हों। निविदा में चयनित कंपनी को शारीरिक दक्षता परीक्षा के अभ्यर्थियों के लिए प्रवेशपत्र अपलोड करने के साथ ही 18 या उससे अधिक जिलों में 62,000 अभ्यर्थियों की दौड़ करानी होगी।
यह होंगे अहम बिंदु
- पूरी प्रक्रिया सीसीटीवी कैमरों की निगरानी में होगी।
- टीम को मैनुअल टाइपिंग के प्रयोग की अनुमति नहीं होगी।
- दौड़ में इलेक्ट्रानिक डिवाइस, टाइमिंग उपकरण, बायोमैट्रिक का प्रयोग पारदर्शिता के साथ करना होगा।